जींद, जुलाना में सबसे ज्यादा हुई बारिश, नरवाना में गिरे ओले

punjabkesari.in Friday, Nov 29, 2019 - 12:27 PM (IST)

जींद(राठी): जिलेभर में बुधवार दिन और रात को बारिश हुई। जिले में सबसे ज्यादा बारिश जींद में 9 एम.एम. हुई। बेमौसमी हुई बारिश से खेतों में चल रहा धान की कटाई तथा गेहूं की बिजाई का कार्य रुक गया और अनाज मंडी में पड़ी धान की फसल भी भीग गई जिससे किसानों को काफी नुक्सान हो गया। इसके अलावा नरवाना और उचाना क्षेत्र में बुधवार दिन और रात में ओले भी गिरे जिससे अगेती गेहूं की फसल, बरसीम और सब्जी की फसलों को काफी नुक्सान हो गया है। बारिश होने के कारण गेहूं की बिजाई का कार्य करीब एक सप्ताह के लिए रुक गया है।

गेहूं की बिजाई के लिए जमीन को तैयार होने में करीब एक सप्ताह का समय लगेगा। जिले में अब भी करीब एक लाख हैक्टयेर में गेहंू की बिजाई होना बाकी है। वहीं अनाज मंडी में आई धान की फसल के भीगने के कारण किसानों व आढ़तियों को नुक्सान हुआ है। फसल को अब सुखाकर बेचने में समय लगेगा और इसका भाव पर भी असर पड़ेगा। काफी किसानों की फसल अब भी फसल खेतों में है और झड़ाई का कार्य बाकी है। 

फसल के गीला होने के कारण कामकाज ठप्प हो गया है और कई दिन बाद ही यह शुरू हो पाएगा। बारिश से शहर में भी लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। कई गलियों व सड़कों पर हुई बारिश के बाद जलभराव हो गया। बेमौसमी बारिश होने से जहां सर्दी में बढ़ौतरी होगी, वहीं तापमान में भी काफी गिरावट आएगी। विशेषज्ञों के अनुसार शुक्रवार को बादल छाए रहेंगे फिर शनिवार से मंगलवार तक मौसम साफ रहेगा और उसके बाद बुधवार को वीरवार को फिर बादल छाने तथा बूंदाबांदी होने की संभावना है।

जिले में बुधवार दिन और रात को रुक-रुककर बारिश हुई। नरवाना तथा उचाना क्षेत्र में जहां बारिश के साथ ओले भी गिरे। आंकड़ों की बात करें तो जींद तथा जुलाना खंड में सबसे ज्यादा 9 एम.एम. बारिश हुई। वहीं नरवाना, सफीदों तथा उचाना खंड में 7-7 एम.एम. हुई। सबसे कम बारिश पिल्लूखेड़ा में 5 एम.एम. हुई है। 


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Edited By

vinod kumar

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