कचरा प्रबंधन शैड की गुणवत्ता में गड़बड़झाला

punjabkesari.in Tuesday, Jan 21, 2020 - 04:32 PM (IST)

पिपली(सुकरम): स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव कौलापुर में बने ठोस कचरा प्रबंधन शैड की गुणवत्ता सवालों के घेरे में आ गई है। वहीं, इसके निर्माण में लगी निर्माण सामग्री में गड़बड़झाले की बू आ रही है। ठेकेदार द्वारा शैड का निर्माण करते समय जहां घटिया सामग्री का निर्माण किया है। वहीं, शैड के ऊपर छत के रूप में डाली गई सीमैंटिड चादरें नई की बजाय पुरानी डालकर लीपा-पोती कर दी है। क्या यह गडबड़झाला संबंधित जे.ई. की निगरानी में हो रहा था। ऐसे में दोनों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजिमी है। 

सवाल उठता है कि जब संबंधित ठेकेदार द्वारा शैड पर पुरानी चादरें डाली गई थी तो जे.ई. ने निरीक्षण क्यों नहीं किया। यदि किया भी तो संबंधित ठेकेदार को उसी समय पुरानी चादरें बदलने के आदेश क्यों नहीं दिए गए, जिससे संबंधित जे.ई. की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ रही है। बता दें कि गांव कौलापुर में स्वच्छ भारत मिशन के तहत करीब साढ़े 24 लाख रुपए की राशि आई थी जोकि थ्री पोंड सिस्टम आदि पर खर्च किया जाना था लेकिन इसी राशि में से करीब अढ़ाई लाख रुपए की राशि गांव में ठोस कचरा प्रबंधन शैड पर खर्च की जानी थी। 

ऐसे में संबंधित विभाग के अधिकारियों की  मिलीभगत से बनाए गए इस ठोस कचरा प्रबंधन शैड में छत पर डलने वाली सीमैंटिड चादरें नई की जगह पुरानी व कंडम चढ़ाकर लीपा-पोती कर दी गई जबकि सरकार द्वारा जारी की गई राशि उनको नई चादरें डालने के लिए दी गई थी। ठेकेदार द्वारा शैड में डाली गई पुरानी चादरों में 100 के करीब होल दिखाई दे रहे थे। जब मामला जे.ई. व ठेकेदार के संज्ञान में लाने का काम किया तो पहले तो दोनों ने पुरानी चादरों को नई बताने में ही कोई कसर नहीं छोड़ी। बाद में जब उनको मौके पर आकर देखने को कहा तो  फिर 1-2 दिन में नई चादरें डलवाने की बात कही। ग्रामीणों ने जिला अतिरिक्त उपायुक्त वीना हुड्डा से गांव में स्वच्छ भारत मिशन के तहत खर्च हुई करीब साढ़े 24 लाख रुपए की राशि व शैड में डाली गई पुरानी चादरों के मामले की जांच करवाकर संबंधित ठेकेदार व जिम्मेदारी अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

vinod kumar

Recommended News

static