ऐतिहासिक कुंती तालाब की बाऊंड्रीवाल पर बवाल

punjabkesari.in Sunday, Feb 02, 2020 - 02:31 PM (IST)

थानेसर(नरूला): कहा जाता है कि यदि इमारत की नींव कमजोर हो वह इमारत ज्यादा समय नहीं टिक सकती। जी हां, हलके के गांव दयालपुर स्थित प्राचीन बाणगंगा के तट पर बने ऐतिहासिक कुंती तालाब की बाऊंडरी वाल में नियमों को ताक पर रख जिस ईंट रेत व सीमैंट सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है उसमें गोलमाल नजर आ रहा है, जिस पर ग्रामीणों ने एतराज जताया। 
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इस मामले को लेकर गांव के सरपंच ने भी मौके का निरीक्षण कर आपत्ति जताई, वहीं मौके पर मौजूद सरपंच रजत के पिता एवं समाजसेवी राजेश कुमार ने बताया कि इस बारे वे ठेकेदार को कई बार बोल चुके हैं, वहीं पंचायत विभाग के एस.डी.ओ. ने तो एक बार काम भी बन्द करवा दिया था और नोटिस भी दे दिया था बावजूद बाऊंडरी वाल में इस्तेमाल होने वाली सामग्री को नियमानुसार सही नहीं लगाया गया है, जिसके लिए जांच की जरूरत है, वहीं ग्रामीणों का कहना है कि कुंती तालाब इस ऐतिहासिक गांव का पवित्र तालाब माना जाता है, जिसकी पंचायत विभाग रूप सज्जा करने के लिए बाऊंडरी वाल कर लाखों रुपए खर्च कर रहा है।

 ऐसे में यदि इस तालाब में बनाई जाने वाली बाऊंडरी वाल ही मजबूत नहीं होगी तो उस बाऊंडरी वाल का तालाब में गिरना संभव है। ग्रामीण प्रवीण कश्यप ने बताया कि सरकार एक ओर तो ईमानदारी की बात करती है, वहीं ऐसे पवित्र स्थानों के निर्माण में यदि अनियमितता बरतने की बात सामने आए तो उस पर कार्रवाई करना भी सरकार का दायित्व बनता है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में निम्न स्तर की इंटों की मौजूदगी, बाऊंडरी वाल के निर्माण में कम संख्या में प्रयोग की जाने वाली अन्य सामग्री की उच्च स्तर पर जांच की जरूरत है।
 


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Edited By

vinod kumar

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