पाकिस्तान से आतंक का ही नहीं, पोलियो का भी खतरा!

punjabkesari.in Tuesday, Nov 12, 2019 - 11:02 AM (IST)

सोनीपत (संदीप): पाकिस्तान से केवल आतंक का ही नहीं बल्कि अब पोलियो का भी खतरा हो चला है। पाकिस्तान में पोलिया का कंट्रोल न होना भारत के लिए महंगा पड़ सकता है। वहां से पोलिया का वायरस कभी भी भारत में दाखिल हो सकता है और फिर से पोलियो के मामलों में इजाफा होने की आशंका बढ़ सकती है। ऐसे में भारत का यहां पर पोलियो ड्रॉप्स पिलाने का अभियान जारी रखना फिलहाल मजबूरी बन गया है।



लंबे अभियान के बाद भारत पोलियो मुक्त घोषित हो चुका है, परंतु पाकिस्तानी अभी भी पोलियो ग्रस्त है। पाकिस्तान में अभी तक पोलियो के 76 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। भारत ने पोलियो के खिलाफ जंग जीत तो ली है, परंतु देश को पाकिस्तान से पोलियो के माध्यम से नुक्सान पहुंचने का खतरा बना हुआ है। दरअसल, भारत 5 साल पहले पोलियो मुक्त हो चुका है। पाकिस्तान अब भी इस संक्रामक बीमारी से जूझ रहा है। पाकिस्तान में 2018 में 12 पोलियों के मरीजों की पुष्टि हुई जो इस साल 2019 में बढ़कर 76 हो चुकी है। 



ऐसे में पाकिस्तान में पोलियो के मामले में खासी बढ़ौतरी हुई है, जिसका कारण पोलियो ग्रस्त अफगानिस्तान के नागरिक पाकिस्तान में आना बताया जा रहा है। ऐसे में देश में पोलियो फैलने की संभावना बढ़ रही है। जबकि भारत में साल 2011 में सिर्फ पोलियो का एक मामला सामने आया था। इसके 3 साल बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को पोलियो मुक्त घोषित किया।  21 अक्तूबर 2019 को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा भारत को पोलियो मुक्त घोषित करने का सर्टीफिकेट जारी कर दिया है, परंतु इसके बावजूद पाकिस्तान से पोलियो आने के डर से देश में पोलियो मुक्त अभियान जारी रहेगा।  वैसे तो पोलियो की बीमारी किसी भी उम्र के इंसान को हो सकती है, लेकिन 5 साल तक के बच्चे सबसे ज्यादा इस बीमारी के शिकार बनते हैं।



पोलियो क्या है और कैसे फैलता है
पोलियो एक संक्रामक बीमारी है, जो पोलियो वायरस की वजह से होती है। पोलियो वायरस से पीड़ित बच्चों की आंत प्रभावित होती है क्योंकि यह वायरस आंतों में होता है। पोलियो से पीड़ित बच्चों के मल से यह वायरस बाहर निकलता है और दूसरे बच्चों तक फैल जाता है। पोलियो ग्रस्त बच्चे के सिर में दर्द, तेज बुखार और गले में दर्द होता है। इसके अलावा बच्चों को उल्टियां होना और भूख की कमी भी पोलियो की वजह बन जाती है। डाक्टरों का कहना है कि पोलियो की बीमारी का इलाज वैक्सीन और दवाई है। इसलिए बच्चों को पोलियो की ड्राप जरूर पिलानी चाहिए। 


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Isha

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