विदेश में नौकरी के नाम पर 3 युवकों से 11.43 लाख ठगे

punjabkesari.in Saturday, Aug 17, 2019 - 12:10 PM (IST)

पानीपत (संजीव): कनाडा व यूरोप में नौकरी दिलवाने के नाम पर जनपद के गांव नूरवाला निवासी 2 युवकों व जिला निवासी एक युवक से ट्रैवल एजैंट ने लाखों रुपए की धोखाधड़ी की। आरोपी ने इन युवकों से करीब 11 लाख 43 हजार रुपए व 24 सौ यू.एस. डालर ठग लिए। पीड़ितों ने मामले की शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग व जिला पुलिस अधीक्षक को भेजी है। जनपद के गांव नूरवाला निवासी सुखविंद्र सिंह(35) पुत्र बलबीर सिंह ने बताया कि करीब 2 साल पहले सुरेंद्र सिंह हैप्पी नामक युवक उसके चचेरे भाई का पासपोर्ट देने के लिए तहसील टाऊन मेें आया था।

उसे पासपोर्ट सौंपने के बाद सुरेंद्र ने उसे बताया कि वह मूल रूप से पानीपत का रहने वाला है तथा फिलहाल मायापुरी जनकपुरी दिल्ली में रहता है तथा उसने मायापुरी में ही मैसर्ज यूनीअर्बन टें्रड एंड ट्रेंड लिमिटेड के नाम से फर्म बनाकर कार्यालय खोला हुआ है। वह विदेशों में नौकरी करने के इच्छुक युवकों को वह दूसरे देशों में नौकरी लगवाता है। सुखविंद्र का कहना है कि वह आरोपी के झांसे में आ गया तथा अपने 2 पड़ोसियों मलकीत सिंह व मनजीत सिंह का पासपोर्ट आरोपी को दे दिया। जिसके कुछ दिनों बाद आरोपी ने उन्हें कुछ जाली दस्तावेज दिखाकर 5 लाख रुपए नकद ले लिए। कुछ दिन बाद आरोपी की बातों पर विश्वास करके उसने गांव सौकडा तरावड़ी निवासी ओंकार सिंह का पासपोर्ट व 5 लाख रुपए नकद दिलवा दिए। इसके अलावा 1.43 लाख रुपए आरोपी के खाते में भी डलवाए गए। 

पैसे मिलते ही बदल गया रवैया
सुखविंद्र सिंह ने बताया कि 3 युवकों से 11 लाख 42 हजार रुपए लेने के बाद ट्रैवल एजैंट सुरेंद्र सिंह हैप्पी का रवैया एकदम से बदल गया। जहां पहले वह बार-बार खुद फोन करता था वहीं अब फोन करने पर फोन रिसीव करना भी कम कर दिया। आरोपी से जब भी युवकों को विदेश भेजने की बात की जाती तो वह टाल-मटोल करने लगा।

यूरोप-कनाडा कहकर भेजा अरमीनिया
पीड़ित ने बताया कि नवम्बर, 2018 में आरोपी ने तीनों युवकों को दिल्ली बुलाया तथा कुछ कागजात सौंपते हुए उन्हें बताया कि वह उन्हें यूरोप व कनाडा भेज रहा है जहां पर उसके साथी उन्हें रिसीव करेंगे तथा काम भी लगवा देंगे। आरोपी ने तीनों को एयरपोर्ट से रवाना भी किया।  तब भी आरोपी ने उन्हें होटल में ठहरने का इंतजाम करने व अन्य खर्चों के नाम पर 2400 यू.एस. डॉलर ले लिए। फ्लाइट अरमीनिया पहुंचने पर उन्हें पता चला कि उन्हेंं गलत जगह भेजा गया है। पीड़ित ने बताया कि अरमीनिया पहुंचने के बाद तीनों युवकों को कोई रिसीव करने नहीं आया तथा न ही किसी ने उनसे नौकरी के संबंध में कोई बातचीत ही की। विदेश में उन्होंने अपने खर्चे पर होटल बुक किए तथा करीब एक माह तक अपने खर्चे पर ही वे अरमीनिया में इस उम्मीद पर टिके रहे कि आरोपी सुरेंद्र का भेजा हुआ कोई व्यक्ति उन्हें लेने आएगा। इसी दौरान उन्हें पता चला कि उन्हें दिया गया वीजा जाली है तो मलकीत सिंह व मनजीत सिंह वापस स्वदेश लौट आए जबकि ओंकार सिंह वहीं अरमीनिया में रह रहा है। 

स्वदेश लौटने पर मलकियत सिंह व मनजीत सिंह ने सारी कहानी सुखविंद्र सिंह को बताई तथा तीनों ही पैसे वापस लेने के लिए सुरेंद्र सिंह उर्फ हैप्पी से संपर्क किया। पहले तो आरोपी ने उन्हें यह कहकर टालने का प्रयास किया कि वह उन्हें दुबारा से विदेश भेज देगा लेकिन काफी जद्दोजहद के बाद आरोपी सुरेंद्र ने उन्हें 2 लाख रुपए का पोस्ट डेटेड चैक 15 अप्रैल, 2019 का दे दिया जोकि बैंक में लगाए जाने पर खाते में पैसे न होने के चलते बाऊंस हो गया। चैक फेल होने की सूरत में जब उन्होंने आरोपी पर दबाव बनाया तो उन्हें नकद पैसे वापस लेने के लिए गत माह मुरथल स्थित एक ढाबे पर दोपहर बाद करीब एक बजे बुलाया गया। जहां पर आरोपी ने जान-बूझकर पैसों को लेकर विवाद शुरू कर दिया तथा बाद में साफतौर पर किसी भी प्रकार का पैसा व पासपोर्ट वापस लौटाने से इंकार कर दिया, साथ ही धमकी भी दी कि यदि कहीं भी शिकायत करने का प्रयास किया तो वह उन्हें जान से मरवा देगा। 


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Isha

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