नाबालिग बच्चे के विशेष बी.पी.एल. कार्ड को दादा ने लौटाया वापस

punjabkesari.in Monday, Sep 16, 2019 - 02:50 PM (IST)

रेवाड़ी (पंकेस): 12 साल के एक बच्चे का पिछले दिनों बनाया गया विशेष बी.पी.एल. कार्ड पूरे हरियाणा में नजीर बनकर चर्चा का केन्द्रबिन्दु रहा था। अब वही बच्चा एक बार फिर सुॢखयों में है। उसके दादा ने उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर जारी बी.पी.एल. कार्ड को रद्द करने की गुहार लगाते हुए उपायुक्त को सौंप दिया। दादा ने कहा कि वह अपने पोते के लालन-पालन की जिम्मेदारी लेते हैं। विदित हो कि जाटूसाना निवासी 12 वर्षीय गरीब रितिक माता-पिता के नहीं रहने पर बहुत ही बुरे दौर से गुजर रहा था।

उसके समक्ष 2 जून की रोटी के लाले पड़े हुए थे। वह स्कूल में मिलने वाले मिड-डे मील से ही गुजारा कर रहा था। बी.पी.एल. कार्ड नहीं होने के कारण उसे सरकारी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा था। उसके दादा-दादी बीमार रहने के कारण उसकी परवरिश नहीं कर पा रहे थे।यह मामला यहां के एक वकील कैलाश चंद ने जब मीडिया में उठाया तो उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने 23 जुलाई को रितिक को लोक निर्माण विश्रामगृह में बुलाया और उसे लंच करवाकर मुख्यालय पर उच्च अधिकारियों से बातचीत की।

तत्पश्चात रितिक का विशेष बी.पी.एल. कार्ड तैयार करवाया गया। यहां यह भी बता दें कि डी.सी. द्वारा मुख्यमंत्री मनोहर लाल के संज्ञान में जब यह मामला लाया गया तो मुख्यमंत्री ने स्वयं मामले पर कार्रवाई करते हुए खाद्य एवं आपूॢत विभाग को निर्देश देकर विशेष बी.पी.एल. कार्ड बनाने के आदेश दिए थे। डी.सी. ने इस अवसर पर रितिक को पैन का पैकेट देते हुए कहा कि आप पढ़ाई पर ध्यान दो और यदि किसी प्रकार की परेशानी हो तो वह कभी भी उनसे मिल सकता है।

रितिक का दादा धनपत राय जब स्वस्थ हो गया तो वह रितिक को साथ लेकर उपायुक्त यशेन्द्र सिंह से उनके कार्यालय में मिला। दादा ने बी.पी.एल. कार्ड बनाने के लिए उपायुक्त का धन्यवाद किया लेकिन साथ ही उसने उपायुक्त से कहा कि वह अपने पोते का पालन-पोषण करने में सक्षम है।वह नहीं चाहता कि उसका बी.पी.एल. कार्ड बना रहे। वह स्वेच्छा से यह कार्ड रद्द करवाना चाहता है। उपायुक्त ने जिला खाद्य एवं आपूॢत नियंत्रक राजेश कुमार को अपने कार्यालय में बुलाया। धनपत ने उन्हें कार्ड लौटाकर इसे रद्द करने का आग्रह किया।


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Isha

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