प्रदेश में 1.76 लाख पशुओं का हुआ बीमा, सिरसा में सर्वाधिक

punjabkesari.in Friday, Jan 17, 2020 - 04:54 PM (IST)

सिरसा(नवदीप): हरियाणा के पशुपालकों को पशुपालन के प्रति आकर्षित करने एवं पशुपालन को रिस्क जोन से बाहर लाने के लिए पशुपालन विभाग की ओर से शुरू की गई पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक बीमा योजना के सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं। इस योजना के अंतर्गत हरियाणा में अब तक 1 लाख 76 हजार 481 पशुओं का बीमा किया जा चुका है। सिरसा में सबसे अधिक 18,980 पशुओं का बीमा किया गया है।

 सामान्य श्रेणी के पशुपालक 100 रुपए प्रति पशु जबकि अनुसूचित जाति के पशुपालक बिना किसी शुल्क के अपने पशुओं का बीमा करवा सकते हैं। दरअसल हरियाणा में खेती के साथ-साथ पशुपालन में अग्रणी राज्यों में शुमार है। यहां पर मुर्राह नस्ल की भैंस एवं साहीवाल नस्ल की गाय की तूती पूरे देश में बोलती है। पशुगणना के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में करीब 18 लाख गाय, 60 लाख भैंसों के अलावा 3.69 लाख भेड़ एवं साढ़े 3 लाख बकरियां पशुपालन के कारोबार में हैं। पशुपालन एक रिस्क जोन वाला पेशा है।

ऐसे में पशु की अकाल मृत्यु हो जाने पर पशुपालकों के लिए कोई सुरक्षा चक्र नहीं था। अब हरियाणा देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है, जहां पर पशुओं का बीमा किया जाता है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय सामूहिक पशुधन बीमा योजना के अंतर्गत पशु का बीमा किया जाता है। इस योजना के अंतर्गत गाय की कीमत 40,783 रुपए, भैंस की कीमत 60,249 रुपए, भेड़-बकरी की कीमत 4063 रुपए, सूअर की कीमत 16,337 रुपए निर्धारित की गई है। अगर अकाल पशु की मृत्यु होती है तो विभाग की ओर से बीमाकृत पशु का क्लेम पशुपालक को दिया जाता है। इस योजना के अंतर्गत अभी पूरे राज्य में पशुओं का बीमा करने को लेकर पंजीकरण अभियान चलाया जा रहा है।


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Edited By

vinod kumar

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