मौसम का मिजाज खेती के लिए बना वरदान

punjabkesari.in Tuesday, Jan 14, 2020 - 03:01 PM (IST)

सिरसा(नवदीप): मौसम का मिजाज जनवरी में करवट ले रहा है। पहले सप्ताह में हुई रिमझिम बरसात के बाद सोमवार को एक बार फिर से मौसम ने करवट ली और रुक-रुक कर सारा दिन बरसात होती रही। बरसात से खेतों में सरसों, गेहूं, चना व जौं की फसल लहलहा उठी। फसलों की बिजाई के कुछ समय बाद ही पिछले एक पखवाड़े में हुई बरसात ने किसानों को राहत दी है। उधर, शहर-कस्बों में जनस्वास्थ्य एवं निकाय विभाग की ओर से सीवरेज प्रणाली को लेकर किए जा रहे प्रबंधों की पोल खुल गई। जरा-सी बरसात के बाद अनेक हिस्सों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। गड्ढों में बदल चुकी सड़कों पर तो बरसात के बाद वाहन चालकों के लिए परेशानी और अधिक बढ़ गई। सिरसा में 4 मिलीमीटर तो कालांवाली में 8 मिलीमीटर बरसात हुई।

दरअसल, इस बार मौसम का मिजाज खेती के लिए सकारात्मक है। जनवरी के पहले सप्ताह में किसानों को बरसात ने राहत प्रदान की। अब सोमवार को भी हुई बरसात ने किसानों का सिंचाई का खर्चा बचाया है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले तीन दिन तक रुक-रुक बरसात का सिलसिला जारी रह सकता है। बरसात के साथ तेज हवा चलने से आज सर्दी ने फिर अपना सितम दिखाया। आज अधिकतम तापमान 17 जबकि न्यूनतम तापमान 5 डिग्री दर्ज किया गया। हवा की रफ्तार 9.1 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। यह बरसात फसलों के लिए वरदान है। 

गौरतलब है कि इस बार प्रदेश में 23.30 लाख हैक्टेयर में गेहूं जबकि सवा 6 लाख हैक्टेयर में सरसों की बिजाई की गई है। सिरसा में 3 लाख हैक्टेयर में गेहूं, 54 हजार हैक्टेयर में सरसों, 10 हजार हैक्टेयर में चना-जौं आदि फसलों की काश्त की गई है।

डा. बाबूलाल, जिला कृषि उपनिदेशक, सिरसा  ने कहा कि फसलों के लिए बरसात बहुत लाभदायक है। पिछले कुछ समय हुई बरसात के बाद अब मौसम का मिजाज फिर से बदला है और यह किसानों के लिए गुड न्यूज है। सरसों व गेहूं की फसल को सिंचाई की जरूरत थी और अब बरसात से सिंचाई की पूॢत हुई है।


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Edited By

vinod kumar

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