बार बैंच व एस.पीः विवाद छठे दिन क्रमिक अनशन पर बैठी महिला वकील

punjabkesari.in Sunday, Dec 08, 2019 - 11:31 AM (IST)

सोनीपत (ब्यूरो): जिला बार एसोसिएशन में 20वें दिन वर्क सस्पैंड के साथ 6वें दिन क्रमिक अनशन भी जारी रहा। खास बात यह थी कि छठे दिन बार में मौजूद महिला वकीलों ने अनशन का मोर्चा संभाला। अनशन पर बैठने वाली महिलाओं में इंदु धनखड़, मोनिका अनिल नागर, मंजू मलिक, ऊषा गहलावत, माही मलिक व प्रोमिला मलिक शामिल रही। वकीलों के आंदोलन का समर्थन करने के लिए बरौदा विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा भी शनिवार को बार परिसर में पहुंचे और वकीलों के आंदोलन को जायज करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रशासन व सरकार को इस मसले का हल निकालना चाहिए था, जबकि मामले में वकीलों के खिलाफ ही कार्रवाई शुरू कर दी। यह सरकार की दमनकारी नीति है।

बता दें कि पिछले 20 दिनों से जिला बार एसोसिएशन ने वर्क सस्पैंड शुरू किया हुआ है। शुरूआत में जहां एस.पी. प्रतीक्षा गोदारा के रवैये पर नाराजगी जताते हुए उनके तबादले की मांग को लेकर वर्क सस्पैंड शुरू किया था तो 2 दिन बाद ही बार के हॉल में मालखाने की दीवार को हटाने के मामले में विवाद गहरा गया जिसके कारण जिला एवं सत्र न्यायाधीश के साथ वकील आमने-सामने हो गए। मामला यहां तक बढ़ गया कि सैशन जज की शिकायत पर बार प्रधान व एसोसिएशन के अन्य सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया और बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर पुलिस की मौजूदगी में मालखाने की दीवार को दोबारा खड़ा कर दिया गया। 

इस पूरे प्रकरण में तनाव की स्थिति इतनी बढ़ गई कि अदालत परिसर में भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा। वहीं, बिजली निगम ने भी वकीलों के खिलाफ व्यापक कार्रवाई करते हुए उनके चैंबरों पर रात के समय छापेमारी की। इस दौरान खुलासा हुआ कि केवल 35 चैंबरों में मीटर चल रहे हैं, जबकि करीब डेढ़ सो चैंबरों में बिजली चोरी की जा रही थी। ऐसे में वकीलों को नोटिस भी भेजे गए। इस पर वकीलों ने आंदोलन को व्यापक कर दिया और प्रदेशभर की बार एसोसिएशंस के अलावा बार काऊंसिल व हाईकोर्ट के वकीलों से भी मदद मांगी। जिला बार रूम में प्रदेशभर की बार एसोसिएशनों के प्रमुख जुटे थे और बार काऊंसिल के सदस्य भी पहुंचे थे। इस दौरान अनूप दहिया ने घोषणा की थी कि उनकी मांगे माने जाने तक उनकी बार का वर्क सस्पैंड जारी रहेगा। 6 दिसम्बर को प्रदेशव्यापी हड़ताल का आह्वान करने वाले प्रदेश के चेयरमैन मीर सिंह का लाइसैंस रद्द कर दिया गया, जिसका वकीलों ने पुरजोर विरोध किया था। अब जबकि कोई सुनवाई नहीं हुई है तो जिला बार एसोसिएशन ने क्रमिक अनशन की शुरूआत 6 दिन पहले की दी थी। शनिवार को क्रमिक अनशन पर पहली बार महिला वकील बैठी। सोमवार को बार में हाऊस की बैठक बुलवाई गई है जिसमें कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है। 


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Isha

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