तनख्वाह न मिलने से नाराज 500 कर्मचारी हड़ताल पर

6/19/2019 7:36:19 AM

अम्बाला छावनी(हरिंद्र): निगम कर्मचारियों को एक बार फिर मई महीने की तनख्वाह नहीं मिली। लगभग 500 कर्मचारी मंगलवार से हड़ताल पर चले गए। सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाते ही एक बार फिर छावनी की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। दूसरी तरफ डोर-टू-डोर प्राइवेट ठेकेदार के कर्मचारियों ने भी काम छोड़ दिया है और अब वह गली-मोहल्लों में जाकर स्थानीय निवासियों से काम मांग रहे हैं। 
करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी छावनी की सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पाई।

ठेकेदार की कार्यशैली के कारण सरकार को राजस्व का नुक्सान तो उठाना ही पड़ा लेकिन निगम की कार्रवाई पर भी सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। स्थानीय मंत्री ने भी प्राइवेट ठेकेदार की कार्यशैली और ठेके के नियमों पर भी सवाल उठाए थे और इस गोलमाल की जांच करवाई थी लेकिन अब तनख्वाह न मिलने से निगम कर्मचारी सहित डोर-टू-डोर कर्मचारियों की परेशानी काफी बढ़ गई है। जहां निगम कर्मचारियों को पिछले एक महीने से तनख्वाह नहीं मिली है तो वहीं डोर-टू-डोर कर्मचारी पिछले 2 महीने की हड़ताल लेने के लिए ठेकेदार से गुहार लगा रहे हैं।

सभी कर्मचारियों ने तनख्वाह को लेकर मंगलवार सफाई मजदूर संघ प्रधान ओमप्रकाश राजू की अध्यक्षता में नगर निगम गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। संघ प्रधान ने बताया कि छावनी की सफाई के लिए लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं लेकिन गरीब बेबस कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए निगम के पास पैसे नहीं हैं। इस अवसर पर महामंत्री हरबंस सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष सूरज कुमार, चेयरमैन राजू, कैशियर सूरज व हुसना, प्रेस सचिव रविशंकर, कर्ण, राजेन्द्र धनवंतरी, जगमाल आदि उपस्थित रहे।

अनिश्चितकालीन हड़ताल...
संघ प्रधान ओमप्रकाश ने बताया कि डोर-टू-डोर ठेकेदार की जांच के कारण कर्मचारियों का वेतन रोकना कहां तक जायज है। जब इस सम्बंध में आयुक्त से बात की गई तो उन्होंने जवाब दिया कि जब तक जांच पूरी नहीं होती तब तक कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं दी जा सकती। चालकों को भी पिछले 3 महीने से तनख्वाह नहीं मिली है। इस कारण घर की मूलभूत सुविधाएं जुटाने में कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। संघ प्रधान ने बताया कि अगर जल्द ही उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह रोष प्रदर्शन करते हुए जलूस निकालेंगे और उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। 
 

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