विधायक असीम गोयल द्वारा गोद लिए गए गांव में विकास कार्यों की हकीकत आई सामने (pics)

4/30/2016 3:17:03 PM

अंबाला(कमल प्रीत): गांवों के विकास के लिए प्रदेशभर में विधायकों द्वारा अलग अलग गांवों को गोद लिया गया था। लेकिन विधायकों द्वारा गोद लिए जाने के कई महीने बाद इन गांवों की तस्वीर और तकदीर कितनी बदल पाई है। अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल द्वारा गोद लिए गए गांव लखनौर साहिब का दौरा किया, तो पता चला कि  गांव में ट्रांसपोर्ट की सुविधा कैसी है? क्या लोगों के आने जाने के लिए यहां बसों की सर्विस सही और सुचारु रूप से जारी है? लेकिन गांव पहुंचकर जो तस्वीर सामने आई उसने एक झटके में पूरी सच्चाई खोल कर सामने रख दी।
 
 
अंबाला शहर हल्के में पड़ने वाला यह गांव लखनौर साहिब है। जो अपने आप में कई मायनों में ख़ास माना जाता है। क्योंकि लखनौर साहिब सिखों के दसवें गुरु श्री गुरुगोबिंद सिंह का ननिहाल भी है। जहाँ श्री गुरुगोबिंद सिंह जी ने अपने बचपन का काफी समय बिताया था। जिसके चलते अक्सर इस गांव में स्थित गुरुद्वारा श्री लखनौर साहिब में धार्मिक मौकों पर बड़े बड़े मेले भी लगाए जाते हैं। जिसमें दूर दराज से हजारों लोग पहुंचते हैं। 
 
 
इस ऐतिहासिक गांव को अब अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल ने विकास के लिए गोद लिया था, ताकि ऐतिहासिक गांव की मान्यता बरकरार रहे और यहां के लोगों को भी अच्छी सुविधांए मिल सकें। लेकिन भाजपा विधायक द्वारा गोद लिए जाने के कई महीनों बाद इस गांव के हालात में क्या कुछ सुधार नहीं आया। गांव और शहर के बीच बस सर्विसिस का जायजा लिया।
 
 
लेकिन गांव पहुंचते ही जो तस्वीरें सामने आई वो साफ़ बयां कर रही थी कि यहां विकास तो दूर अभी विकास पर चर्चा भी शुरू नहीं हुई, क्यूंकि गांव के मुख्य मोड़ पर न तो गांव के नाम का बोर्ड था और न ही कोई बस स्टैंड। अब जब यहां बस स्टैंड ही नहीं मिला तो बसों की सर्विस कैसी होगी इसका अंदाजा आप भी लगा सकते हैं। गांव के लोगों ने बताया कि गांव में इक्का-दुक्का बस तो आती है लेकिन वो भी कभी कभी। लोगों की माने तो विधायक द्वारा गांव गोद लेने के बाद से अभी तक कोई विकास नहीं देखने को मिला।
 
 
गांव की ट्रांसपोर्ट सुविधा को लेकर विधायक असीम गोयल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गांव के विकास के लिए अभी मुख्य्मंत्री द्वारा 1 करोड़ रूपए की घोषणा की गई है और योजनाओं पर भी चर्चा जारी है। विधायक असीम गोयल की माने तो जल्द ही गांव की सड़कें चौड़ी कर दी जाएंगी जिसके बाद बसों की सुविधा भी नियमित कर दी जाएगी और इस गांव को एक आदर्श गांव के रूप में विकसित किया जाएगा।