लाखों खर्च के बाद भी आवारा पशु रोड पर !

4/21/2016 10:00:02 AM

अम्बाला छावनी (जतिन): नगर निगम ने ट्विनसिटी में आवारा पशुओं को पकड़कर निगम की गौशाला में रखने की व्यवस्था पर लाखों खर्च किए। इस दौरान निगम ने करीब 153 पशुओं को पकड़कर अपनी गौशाला में भी रखा लेकिन जनवरी माह के बाद से निगम का यह अभियान दम तोड़ता नजर आ रहा है। पिछले 2 महीने से निगम की टीम आवारा पशुओं को पकडऩे का कोई अभियान नहीं ला रही है, जिस कारण दोबारा से ट्विनसिटी की सड़कों पर आवारा पशुओं का आलम बनता जा रहा है। इन आवारा पशुओं के कारण दोबारा से दुर्घटनाएं भी शुरू हो गई हैं और जनता आवारा पशुओं को लेकर दोबारा से निगम कार्यालय के चक्कर लगाने में लग गए हैं। 

 

आवारा पशु से वैसे तो आम आदमी रोजाना परेशान होते हैं लेकिन जगाधरी रोड से निकलने वाले निगम अधिकारी भी हर रोज आवारा पशुओं को रोड किनारे बैठे देखते हैं। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इस वजह के कारण रोड से गुजरने वाला यातायात भी प्रभावित हो रहा है। 

 

लाखों से बनाई थी गौशाला

 

निगम ने दमकल विभाग कार्यालय के पीछे खाली पड़ी जमीन को साफ करवाकर लाखों की लागत से गौशाला का निर्माण करवाया था और करीब 153 पशुओं को पकड़कर उनके मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई करते हुए जुर्माना वसूला था लेकिन जनवरी माह के बाद निगम की पशु पकडऩे की टीम ने कोई कार्रवाई नहीं की है और लाखों से बनाई गौशाला खाली पड़ी हुई है।

 

नगर निगम द्वारा बनाई गई गौशाला में पशुओं को रखने की व्यवस्था कुछ खास नहीं है। एक समय में केवल 50 पशु ही इस गौशाला में आ सकते हैं। इसके अलावा पशुओं के देख-रेख व उनको बीमारी की रोकथाम के लिए डाक्टर की कोई खास व्यवस्था नहीं है। पशुओं के चारे व पीने के पानी की भी इस गौशाला में कोई खास व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा गौशाला में फर्श की भी अभी तक कोई व्यवस्था नहीं है। निगम प्रशासन को चाहिए कि  इस गौशाला की जगह का विस्तार करें ताकि पशुओं को इस गौशाला में रखने के लिए एक बेहतर स्थान मिल सके। गर्मी के मौसम में पशुओं के बैठने के लिए पूरे एरिया में शैड की व्यवस्था करे ताकि पशु गर्मी व बरसातों में सुरक्षित रहें।