अनाज मंडी के शैड से अधजली गेहूं बाहर निकालने की कवायद बदस्तूर जारी

7/17/2019 9:56:49 AM

अम्बाला (गुलियानी): अनाज मंडी हैफेड के स्टॉक में लगी आग से हुए भारी नुक्सान के बाद अधजली गेहूं को शैड से बाहर निकालने की कवायद मंगलवार को भी जारी रही। जे.सी.बी. मशीनों व डंपरों की मदद से अधजली गेहूं को शैड नंबर-4 में शिफ्ट किया जा रहा है। आग लगने का कारण भले ही अभी तक शॉट-शॢकट ही बताया जा रहा है लेकिन जैसे-जैसे समय बीत रहा है विभागीय अधिकारियों द्वारा बरती गई लापरवाही की परतें भी खुलती जा रही हैं।

गौरतलब है कि इस शैड में नए बारदाने की 2672 गांठे तथा लगभग साढ़े 34 हजार किं्वटल गेहूं स्टॉक की गई थी। अधिकारियों की माने तो बारदाने की एक गांठ में 500 बोरी होती हैं तथा एक बोरी की कीमत लगभग 30 रुपए आंकी जाती है। विभागीय लापरवाही का आलम यह भी है कि इतने भारी भरकम स्टॉक का बीमा करवाना भी अधिकारियों ने उचित नहीं समझा। आग की घटना के बाद अब अधिकारी यह कह क र पल्ला झाड़ रहे हैं कि उन्होंने बीमे बारे अपने अकाउंट विभाग को लिखा था। बीमा हुआ है या नहीं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।

बता दें कि लगभग 5 साल पहले भी इसी मंडी के इसी शैड में हैफेड द्वारा जमा किया गया बारदाना आग की भेंंट चढ़ गया था। तब भी कारण इलैक्ट्रिक शॉट ही बताया गया था। एक बार करोड़ों की चपत लगने के बावजूद भी हैफेड के अधिकारियों ने सीख नहीं ली और उस नुक्सान को नजरअंदाज करते हुए अबकी बार फिर बारदाने के साथ-साथ गेहूं का स्टॉक भी जमा कर दिया। फिर पिछली गलती दोहराते हुए सारे स्टॉक का बीमा तक करवाना उचित नहीं समझा। बहरहाल अधिकारियों द्वारा अधजली गेहूं को शैड से बाहर निकालने का काम जोरों पर चल रहा है। अधिकारियों को मानना है कि शैड में काफी मात्रा में साफ गेहूं उपलध है। आग की लपटों व फायर बिग्रेड की बौछारों से खराब हो चुकी गेहूं को भी अलग निकाला जा रहा है। 

Edited By

Naveen Dalal