ठंड में बेइंतजामी के कारण, नंदीशाला में 7 गाय की मौत

11/25/2017 4:24:10 PM

मुलाना(कोहली):टंगैल स्थित नंदीशाला में गौवंश के मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 2 दिन में गौशाला में 12 गौवंशों की मौत हो गई। जबकि शुक्रवार दोपहर तक 7 गाय दम तोड़ चुकी थीं। इस प्रकार गौशाला में 4 महीने के उपरांत 165 गऊओं की मौत हो चुकी है अगर अब भी प्रशासन ने जल्द शैड नहीं बनाया तो मरने वाले पशुओं का आंकड़ा दर्जनों पशुओं के हिसाब से प्रतिदिन हो जाएगा। इन मृत गायों का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों का मानना है कि पशुओं की मौत का मुख्य कारण रात को ठंड में उनका खुले में रहना ही है। इस बात को लेकर क्षेत्रवासियों में भारी रोष है।

 बता दें कि जिला प्रशासन ने नगर निगम के दायरे से सभी आवारा पशुओं को लेकर 30 जुलाई 2017 को मुलाना के नजदीक गांव टंगैल में नंदीशाला स्थापित थी लेकिन नंदीशाला को अभी 4 महीने का समय भी पूरा नहीं हुआ कि नंदीशाला में 165 से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है। इन गायों के मरने के पीछे पहले घास की कमी और अब सर्दी में खुले आसमान के नीचे रहने की बात सामने आई है। तत्कालीन कार्यकारिणी ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। प्रशासन से तंग आकर नंदीशाला के पूर्व प्रधान मनदीप सिंह बोपाराय की अध्यक्षता वाली कार्यकारिणी भंग कर जिला उपायुक्त को अपने पद से इस्तीफा भी दे चुके हैं।


 लेकिन महीना भर बीत जाने पर भी जिला प्रशासन ने नंदीशाला की तरफ ध्यान नहीं दिया। प्रशासन की ऐसी घोर लापरवाही के कारण 30 सितम्बर से 24 नवम्बर तक कुल 165 गायों बछड़ों की मौत हो चुकी है। नंदीशाला के मैनेजर दविंद्र राणा ने बताया कि पिछले 3 दिनों में ही 12 गाय मर चुकी है। शुक्रवार को 7 पशुओं की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि पशु रात को बाहर खुले में बैठते हैं लेकिन सुबह मृत ही मिलते हैं। 


नंदीशाला में अनदेखी कर रहा प्रशासन 
नंदीशाला के पूर्व प्रधान मनदीप बोपाराय ने बताया कि शहर में आवारा पशुओं को लेकर सरकार के गले में जो फांस बन रही थी। वह प्रशासन ने टंगैल में नंदीशाला स्थापित कर निकाल तो दी लेकिन अब प्रतिदिन जो पशु मर रहे हैं उनका जिम्मेदार प्रशासन ही होगा। मनदीप सिंह ने बताया कि गायों के प्रति इतने वायदे करने वाली सरकार भी नुमाइंदा नंदीशाला की शुभ लेने नहीं पहुंचा। इस समय हालात ऐसे बन गए हैं कि नंदीशाला में पशु ठंड से कराह रहे हैं।