पार्किंग लेन तक पहुंचने में वाहन चालकों के छूट रहे पसीने

6/18/2019 12:34:51 PM

अम्बाला छावनी(हरिंद्र): छावनी रेलवे स्टेशन के बाहर ऑटो चालकों का कब्जा बदसतूर जारी है जो रोजाना जाम का कारण बन रहा है। सवारी उठाने के चक्कर में यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते ऑटो चालक अम्बाला वासियों के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं तो दूसरी तरफ ट्रैफिक पुलिस प्राइवेट वाहनों के चालान काटकर सरकारी खजाना भरने में लगी है। रेलवे स्टेशन पर बेशक वाहनों के सुगम आवागमन के लिए 3 अलग-अलग सर्विस लेन बना दी गई हैं। लेकिन इन सर्विसलेन का फायदा चाहकर भी वाहन चालक नहीं उठा पा रहे।

इसका सबसे बड़ा कारण है स्टेशन के दोनों गेट के बाहर ऑटो चालकों का अवैध कब्जा। स्टेशन पर एंट्री व एग्जिट के लिए लाखों रुपए खर्च कर 2 अलग-अलग गेट बनाए गए हैं लेकिन रेलवे के यह प्रयास हकीकत में कम और कागजों में ज्यादा उत्कृष्ट लग रहे हैं। स्टेशन पर आने वाले वाहनों को ऑटो चालकों की मनमानी से परेशान होना पड़ रहा है। 

स्टेशन के दोनों गेट से आवागमन सुचारू रखने के लिए रेलवे अधिकारियों द्वारा जोर-शोर से आर.पी.एफ. की ड्यूटी लगाई थी, लेकिन वह ड्यूटी भी समय के साथ कहीं गायब हो गई है अगर जी.आर.पी. की बात करें तो एस.आई. सहित 2 जवान स्टेशन के एंट्री गेट पर सुस्ताते नजर आते हैं और कभी-कभार चालान काटकर सरकारी खजाना भरने की कोशिश करते हैं। 

मंत्री और संतरी के आदेश भी नहीं आए काम
रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने आए स्वास्थ्य मंत्री ने भी रेलवे प्रशासन से गुहार लगाई थी कि स्टेशन के दोनों गेट पर खड़े ऑटो हटवाए जाएं। इसकी जिम्मेदारी तत्कालीन डी.एस.पी. बलजीत सिंह को सौंपी गई थी। ट्रैफिक पुलिस ने कुछ दिन तो आदेशों का सख्ती से पालन किया लेकिन धीरे-धीरे स्थिति पुराने दर्रे पर आकर खड़ी हो गई। 

स्टेशन से टांगरी बांध तक चलती है मनमानी
सड़क दुर्घटनाओं में भी ऑटो चालकों की मनमानी कई बार देखने को मिली है। न तो अधिकांश ऑटो चालकों के पास कोई दस्तावेज हैं और न ही पहचान पत्र। बिना सरकार को शुल्क दिए सड़कों पर दौड़ रहे बेलगाम ऑटो लोगों के लिए सुविधा कम और सिरदर्दी ज्यादा बनते जा रहे हैं। ये ऑटो चालक बिना कोई इशारा किए कहीं भी रूक जाते हैं और किसी भी दिशा में अपना ऑटो मोड़ देते हैं। 

"रेलवे स्टेशन के दोनों गेट से ऑटो हटाने के लिए आर.पी.एफ. की ड्यूटी लगाई गई थी। इस संबंध में अम्बाला पुलिस को भी जानकारी दी गई थी। कुछ दिन हालात ठीक रहे लेकिन अब समस्या दोबारा खड़ी हो गई है"। - बी.एस.गिल, स्टेशन डायरैक्टर, अम्बाला छावनी।

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