मांगों को लेकर 26 अक्तूबर को हड़ताल पर जाएंगे डॉक्टर

10/22/2016 4:08:03 PM

अंबाला (जतिन): हरियाणा सिविल मैडीकल सर्विस के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. जसवीर परमार ने कहा कि डॉक्टरों की 6 प्रमुख मांगों को 15 अक्तूबर तक पूरा करने का आश्वासन सरकार ने दिया था, मगर यह मांगें अब तक पूरी नहीं की गई हैं। इसको लेकर डॉक्टरों में भारी रोष है और एसोसिएशन ने अब यह फैसला लिया है कि 26 अक्तूबर को पूरे हरियाणा में सिविल अस्पतालों में ओ.पी.डी. बंद की जाएगी। 

 

छावनी में शुक्रवार को एसोसिएशन की बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि अगर सरकार फिर भी मांगों को नहीं पूरा करती तो 27 अक्तूबर से डॉक्टर छुट्टी पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। डॉ. परमार ने कहा कि अभी तक वह 18 जिलों का दौरा कर चुके हैं और मांगों के पूरी न होने को लेकर डॉक्टरों में आक्रोश है। अपनी मांगों को लेकर डॉक्टर पूरी तरह से तैयार हैं और उन्हें पूरी करवाने के लिए अगर जेल में भी जाना पड़े तो डॉक्टर इसके लिए भी तैयार हैं। बेशक सरकार ने डॉक्टरों की सर्विस आयु 65 वर्ष और पोस्टमार्टम भत्ते को 10 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए करने की घोषणा की है मगर अभी तक मांगों को लेकर सरकार की ओर से कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। अगर 25 अक्तूबर तक सरकार मांगों को मान लेती है तो ओ.पी.डी. बंद और अनिश्चितकालीन हड़ताल को एसोसिएशन रद्द कर देगी। 

 

महासिचव डा. राजेश शौकल ने बताया कि डॉक्टरों की मुख्य मांगें जोकि अभी अधूरी हैं उनमें जिन डॉक्टरों की 10 वर्ष की ड्यूटी पूरे रूल के मुताबिक हुई उन्हें एडिशन एस.एम.ओ. प्रमोट करना, स्पैशिलिस्ट डॉक्टरों को अलग से पैकेज देना या फिर कार्ड जारी करना, डॉक्टरों को एन.ओ.सी. के लिए दिए जाने वाले 40 प्रतिशत सीटों को बढ़ाकर 60 प्रतिशत करना आदि है। डॉ. मनोज वर्मा ने बताया कि सरकार रैगुलर डॉक्टर और कांट्रैक्ट डॉक्टरों को देने वाले वेतन में भेदभाव पॉलिसी बनाई गई है। मेवात व अन्य कई जगहों पर कांट्रैक्ट डाक्टरों को 6 घंटे की ओ.पी.डी. देखने के लिए 1 लाख-सवा लाख वेतन दिया जा रहा है इसके बावजूद वहां पर सरकार के पास डॉक्टर काम करने नहीं आ रहे हैं।