विज के ‘चोर का गवाह डड्डू’ का जवाब संधू ने ‘बंदर के हाथ’ में उस्तरा से दिया

8/31/2016 9:48:43 AM

चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा में सत्तापक्ष व विपक्षी सदस्यों के बीच मुहावरों के इस्तेमाल पर लगभग आधे घंटे तक तीखी नोक-झोंक हुई। जो सी.एम. के हस्तक्षेप पर शांत हुए।

 

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शून्यकाल के दौरान जब कांग्रेस विधायक करण सिंह दलाल की ओर से मंत्रियों पर बिना किसी प्रमाण के कमीशन खाने के लगाए गए संगीन आरोप पर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने का मुद्दा उठाया तो इनैलो विधायक दल के उपनेता जसविंद्र सिंह संधू ने दलाल का बचाव करने का प्रयास किया। इसको लेकर विज ने यह टिप्पणी कर दी कि ‘चोर का गवाह डड्डू’। यह सुनते ही संधू भड़क उठे और उन्होंने विज से अपने यह शब्द वापस लेने व खेद व्यक्त करने की मांग कर दी। विज ने कहा कि उन्होंने तो केवल एक मुहावरा कहा, कोई अपशब्द नहीं कहे। मुहावरों का प्रयोग करना कोई बुरी बात नहीं व यह मुहावरा भी उन्होंने उनके लिए नहीं कहा। 

 

अभी इसको लेकर विवाद चल ही रहा था कि दलाल ने भी एक मुहावरा ‘बंदर के हाथ उस्तरा’ का प्रयोग कर डाला। यह सुनकर विज ताव में नहीं आए, बल्कि मुस्कराते हुए कहा दलाल की पार्टी के ही सदस्य कुलदीप शर्मा कई बार उनकी बढ़ती दाढ़ी को लेकर इसे कटवाने को कहते रहे हैं। लगता है इन्होंने उस्तरा हाथ में पकडऩे का काम शुरू कर दिया है। विवाद बढ़ते जाने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बीच बचाव करते हुए यह कहकर मामले को शांत करवाया कि मुहावरों में गाली नहीं होती, इनका प्रयोग तो वातावरण को कई बार हल्का करने के लिए किया जाता है। यदि सदन में कही गई किसी बात से किसी की भावना आहत होती है तो उसे कार्रवाई से तुरंत निकलवा देना चाहिए।

 

रामायण-महाभारत की बात करते हैं गीता को बोलने नहीं देते: रामबिलास शर्मा ने रामायण व महाभारत का उल्लेख किया तो इसी बीच पूर्व शिक्षामंत्री गीता भुक्कल ने कुछ कहना चाहा, लेकिन उन्हें शर्मा ने बीच में ही टोक दिया। इस पर गीता भुक्कल ने यह कहकर सबको हंसा दिया कि रामायण-महाभारत की बात तो की जाती है, लेकिन यहां गीता को बोलने ही नहीं दिया जाता।