शिक्षकों के जींस पहनने पर मंत्री ने दिया विवादित बयान

6/21/2016 4:03:28 PM

अंबाला (कमलप्रीत): द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को आज देश के साथ-साथ विदेशों में भी पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। चंडीगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में शुरू हुए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम की शुरुआत के बाद पूरा हरियाणा प्रदेश योगमयी हो गया। इसी कड़ी में अंबाला में भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

 

इस मौके पर सूबे के शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा ने कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। अंबाला पहुंचे रामबिलास शर्मा ने यहां योग के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल के मुताबिक हजारों लोगों के साथ योग किया। इस दौरान रामबिलास शर्मा ने कहा कि जन-जन को योग अपनी जीवन शैली में शामिल करना चाहिए। 

 

मिली जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा शिक्षकों के जींस पहनने को लेकर जारी किए गए एक तुगलकी फरमान को लेकर भी शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने प्रतिक्रिया दी। शिक्षकों के जारी फरमान पर पलटते हुए रामबिलास शर्मा ने कहा कि उन्होंने किसी प्रकार का ड्रेस कोड लागू नहीं किया। बस शिक्षक जीन्स पहन कर आएं नंगे न आए। अब रामबिलास शर्मा के यह बात कहने की क्या जरूरत थी यह तो वो ही बेहतर बता पाएंगे, लेकिन यह बात वो खुद भी जानते हैं कि आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई शिक्षक बिना कपड़ों के स्कूल गया हो।

 

 

मिडिया से रूबरू हुए मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि यह भारत की प्राचीन विधा है और पीएम मोदी की पहल पर लगभग 200 देशों ने योग को अपनाया है। उन्होंने कहा कि यह भारतवासियों के लिए गौरव की बात है कि हमारी प्राचीन विधा को विश्वस्तर पर स्वीकार किया गया है।

 

कैबिनेट मंत्री रामबिलास शर्मा ने इस दौरान देश के साथ साथ विश्वभर में फ़ैल रहे योग को लेकर ब्यानबाजी कर रहे विरोधी नेताओं के उन ब्यानों पर भी तंज कसा जिसमे विरोधी नेताओं ने योग के बहाने बाबा रामदेव के प्रचार के आरोप सरकार पर लगाए थे। रामबिलास शर्मा ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के बाद विरोध और विरोध तो रहा ही नहीं।