ऑनलाइन फसल बेच सकेंगे किसान

4/28/2016 4:00:20 PM

अम्बाला छावनी (बराड़): केंद्र सरकार ‘फूड एंड नैट’ स्कीम के तहत प्रदेश के किसानों की नब्ज टटोली जा रही है जिसके लिए हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्कीटिंग बोर्ड (एच.एस.ए.एम.बी.) के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर ने प्रदेश की 107 मार्कीटिंग बोर्ड के सचिवों को आदेश जारी कर किसानों का ब्यौरा 15 मई तक जुटाने के आदेश दिए गए हैं। डाटा जुटाने के बाद हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्कीटिंग बोर्ड किसानों को एक रजिस्ट्रेशन अलॉट करेगा और डाटा ऑनलाइन करेगा।

एच.एस.ए.एम.बी. के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर (सी.ए.) ने आदेश क्रमांक नंबर 24120-227 जारी कर आदेश दिए हैं कि बोर्ड सचिव भेजे गए प्रोफार्मा को अपनी-अपनी अनाज मंडी के सभी आढ़तियों को देंगे और आढ़ती फसल बेचने के लिए आने वाले किसानों की जानकारी प्रोफार्मा में भरेंगे। इसके अलावा वे अपनी भी जानकारी उस प्रोफार्मा में देंगे। सी.ए ने इस संबंध में किसानों व आढ़तियों के साथ एक मीटिंग भी सचिवों को करने के आदेश दिए हैं ताकि किसानों व आढ़तियों में किसी प्रकार की कोई गलत फहमी न हो।

ऑनलाइन फसल बेचने के लिए किया जाएगा प्रोत्साहित
बोर्ड अधिकारियों की मानें तो फूड एंड नैट स्कीम के जरिए किसानों को ऑनलाइन फसल बेचने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर जल्द ही नई पॉलिसी राज्य सरकार के पास आनी है। प्रदेश की 107 मार्कीटिंग बोर्ड में से करनाल व ऐलानाबाद मार्कीटिंग बोर्ड की अनाज मंडी ऑनलाइन है जिसमें बोर्ड 270 किसानों व 250 आढ़तियों व कमीशन एजैंट का पंजीकरण कर चुका है।

खरीदार को ऑनलाइन मिलेगी जानकारी

वर्तमान में प्रदेश की मंडियों में फसल की गुणवत्ता को चैक करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है चूंकि सवाल ऑनलाइन का है तो एग्रीकल्चर डिपार्टमैंट ने प्रदेश की मंडियों में टैस्टिंग लैबोरेट्री स्थापित करने का निर्णय लिया है। करनाल व ऐलनाबाद की मंडी में लैबोरेट्री स्थापित हो चुकी है जिसमें फसल की टैस्टिंग कर उसकी गुणवत्ता की रिपोर्ट ऑनलाइन खरीदार को दी जाएगी।
 
आढ़ती का भी होगा विवरण

मार्कीटिंग बोर्ड की ओर से जारी प्रोफार्मा में पहले तो आढ़ती को अपना नाम, लाइसैंस संख्या, आधार कार्ड, मंडी और मोबाइल नंबर भरना है। उसके बाद फसल लेकर आने वाले किसान का नाम, आधार संख्या, फैमिली डिटेल, पत्राचार का पता, जमीन अपनी है या बटाई पर, अन्य पेशा, बैंक का नाम व खाता नंबर, ई-मेल, जमीन कितने एकड़ समेत अन्य जानकारियां मांगी गई हैं।