भारत-मॉरीशस मिलकर करेंगे गीता का प्रचार-प्रसार

2/17/2019 10:29:48 AM

चंडीगढ़(ब्यूरो): भारत और मॉरीशस मिलकर गीता का प्रचार-प्रसार पूरी दुनिया में करेंगे। इस संकल्प के साथ मॉरीशस के पोर्ट लुईस में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का समापन हो गया। समापन समारोह में बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने दोनों हाथ उठाकर ऊं के उच्चारण के साथ यह संकल्प लिया। समारोह में मॉरीशस के कार्यकारी राष्ट्रपति परमशिवम पिल्लै व्योपूरी, मिनिस्टर मेंटर अनिरुद्ध जगन्नाथ, कला व संस्कृति मंत्री पृथ्वी राज सिंह रूपन, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, अनेक साधु-संत, सामाजिक, धार्मिक व अन्य नागरिक संगठनों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गीता अत्यंत विस्तृत एवं व्यापक है। 

यह सब समस्याओं का समाधान है। इसी प्रकार प्रश्न अनेक-उत्तर एक और वह है गीता। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले मॉरीशस व भारत के कलाकारों के प्रोत्साहन के लिए 5-5 लाख रुपए की राशि प्रदान करने की घोषणा की। गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने अपने सम्बोधन में विश्वास व्यक्त किया कि मॉरीशस में यह अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पहला व अंतिम नहीं होगा, बल्कि अन्य देशों में इसे आगे बढ़ाने का आधार बनेगा।

मुख्यमंत्री ने बोटेनिकल गार्डन में पौधारोपण किया
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज मॉरीशस में पोर्ट लुईस के ऐतिहासिक बोटेनिकल गार्डन में भारत-मॉरीशस मैत्री के प्रतीक के रूप में पौधारोपण किया। इस गार्डन में विदेशों से आने वाली हस्तियों के सम्मानस्वरूप और उनकी स्मृति के रूप में पौधारोपण की परम्परा है। इसमें 800 प्रजातियों के पेड़ हैं। मुख्यमंत्री ने दीर्घजीवी फंगम पेड़ का पौधा लगाया और कहा कि यह दीर्घकाल तक भारत-मॉरीशस के भावनात्मक सम्बंधों में अपनेपन की याद दिलवाता रहेगा। उन्होंने गार्डन की विजीटर बुक में अपने उद्गार व्यक्त किए।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने मॉरीशस की मुख्य फसल गन्ने के खेतों का निरीक्षण किया और गन्ने की पैदावार के लिए नवीनतम तकनीक की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने गन्ना उद्योग के संग्रहालय ‘एडवैंचरडू सुकरे’ जाकर मॉरीशस के गन्ना उद्योग के इतिहास व इसके द्वारा मॉरीशस के विकास में किए जा रहे योगदान की जानकारी भी प्राप्त की।

Deepak Paul