खट्टर सरकार के दावों की निकली हवा...ईनाम राशि पाने के लिए खिलाड़ी हो रहे परेशान

2/5/2016 11:35:41 AM

अंबाला (रोजी बहल): हरियाणा की खट्टर सरकार ने भले ही प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए नई खेल नीति बनाकर उनकी परेशानियां दूर करने का दावा किया है लेकिन कई बार नैशनल हॉकी रोलर स्केटिंग चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक तक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन कर चुके खिलाड़ियों को अपने ईनाम की राशि लेने के लिए पिछले लंबे अरसे से परेशान होना पड़ रहा है। हालात ये हैं कि पहले पदक जीतने के लिए अपना पसीना बहाने वाले खिलाड़ियों को अब ईनाम की राशि लेने के लिए फिर पसीना बहाना पड़ रहा है, क्योंकि खट्टर सरकार उनसे अपने केस की फ़ाइल तैयार कर री-प्रेसेंटेशन देने की मांग कर रही है।

मुंबई और सिरसा में पसीना बहाकर नैशनल हॉकी रोलर स्केटिंग चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी अपने ईनाम की राशि हांसिल करने के लिए पिछले लंबे अरसे से दर दर की ठोकरें खा रहे हैं। पूर्व की हुड्डा सरकार के समय से रुका ईनाम का पैसा खट्टर सरकार के कार्यकाल में भी नैशनल चैंपियनशिप के दौरान स्वर्ण पदक जीतने के बावजूद नहीं मिल पाया है। मगर दुःख की बात ये है कि अब प्रदेश सरकार अपने कार्यकाल में ही जीतने वाले नैशनल खिलाड़ियों से ईनाम का पैसा देने के लिए केस  तैयार कर री-प्रेसेंटेशन देने की मांग कर रही है।
 

इसी कारण हॉकी रोलर स्केटिंग के खिलाड़ियों को परेशान होना पड़ रहा है, क्योंकि हाल ही में विशाखापटनम में राष्ट्रीय चैम्पियनिशन जीतकर आए खिलाड़ियों को अभ्यास में दिक्कतें आ रही हैं। अंबाला निवासी दीक्षा गौड़ ने कहा कि उसने हुड्डा सरकार के कार्यकाल में सिरसा में दो लाख तथा खट्टर सरकार के कार्यकाल में मुंबई में तीन लाख का नगद इनाम जीता था लेकिन वह रकम अब तक नहीं मिल पाई है। इसी कारण वह आर्थिक तंगी का सामना कर रहे है जिसके चलते उसे अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता की तैयारी करने में भी दिक्कतें आ रही हैं। हालांकि बड़ी संख्या में सूबे के खिलाड़ियों का ये नगद पुरस्कार रुका हुआ है। इन खिलाड़ियों ने कैंट के स्केटिंग रिंग को ठीक कराने तथा सरकारी कोच मुहैया कराने की भी मांग की है।