पदक के ​बाद अब पसीना बहाओ इनाम की राशि के लिए

2/3/2016 1:19:42 PM

अंबाला (राेजी बहल):  खट्टर सरकार ने भले ही प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए नई खेल नीति बनाकर उनकी परेशानियां दूर करने का दावा किया है,लेकिन कई बार नेशनल हॉकी रोलर स्केटिंग चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक तक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन कर चुके खिलाड़ियों को अपने इनाम की राशि लेने के लिए पिछले लंबे अरसे से परेशान होना पड़ रहा है। हालात यह हैं कि पहले पदक जीतने के लिए अपना पसीना बहाने वाले खिलाड़ियों को अब इनाम की राशि लेने के लिए फ़िर पसीना बहाना पड़ रहा है, क्योंकि खट्टर सरकार उनसे अपने केस की फ़ाइल तैयार कर रीप्रेसेंटेशन देने की मांग कर रही है।

मुंबई और सिरसा में पसीना बहाकर नेशनल हॉकी रोलर स्केटिंग चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी अपने इनाम की राशि हासिल करने के लिए पिछले लंबे अरसे से दर दर की ठोकरें खा रहे हैं। पूर्व की हुड्डा सरकार के समय से रुका इनाम का पैसा खट्टर सरकार के कार्यकाल में भी नेशनल चैंपियनशिप के दौरान स्वर्ण पदक जीतने के बावजूद नही मिल पाया है। अब प्रदेश सरकार अपने कार्यकाल में ही जीतने वाले नेशनल खिलाड़ियों से इनाम का पैसा देने के लिए केस  तैयार कर रीप्रेसेंटेशन देने की मांग कर रही है। इसी कारण हॉकी रोलर स्केटिंग के खिलाड़ियों को परेशान होना पड़ रहा है,क्योंकि हाल में विशाखापटनम में राष्ट्रीय चैम्पियनिशन जीतकर आए खिलाड़ियों को अभ्यास में दिक्कतें आ रही हैं।

अंबाला निवासी दीक्षा गौड़ की माने तो उन्होंने हुड्डा सरकार के कार्यकाल में सिरसा में दो लाख तथा खट्टर सरकार के कार्यकाल में मुंबई में तीन लाख का नगद इनाम जीता था,लेकिन उसकी रकम अब तक नही मिल पाई है। इसी कारण वे आर्थिक तंगी का सामना कर रहे है। उन्हें अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता की तैयारी करने में भी दिक्कतें आ रही हैं| हालांकि बड़ी संख्या में सूबे के खिलाड़ियों का ये नगद पुरस्कार रुका हुआ है जिस कारण उन्हें ऐसी जग​ह तैयारी करनी पड़ रही है जोकि ठीक नही है। इन खिलाड़ियों ने कैंट के स्केटिंग रिंग को ठीक कराने तथा सरकारी कोच मुहैया कराने की भी मांग की है।