आवारा पशुओं की बढ़ोतरी से जनता परेशान
1/23/2019 11:21:22 AM
अम्बाला (वनीता): शहर मे दिन-प्रतिदिन आवारा पशुओं की बढ़ौतरी ने परेशानी खड़ी कर दी है। आवारा पशुओं का जमावड़ा होने से लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। आवारा पशु जहां-तहां मुंह मारते नजर आते हैं। गंदगी के ढेर को बिखेरते रहते हैं। ऐसे में लोगों का राह से गुजरना मुहाल कर दिया है। पशुओं के बीच मार्ग में बैठने से यातायात भी बाधित रहता है। इसको लेकर प्रशासन से कई बार शिकायत की गई, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। वहीं दुकानों के बाहर रखे हुए सामान पर भी पलक झपकते ही मुंह मार लेते हैं।
ऐसे में शहरवासियों ने आवारा पशुओं को गौशाला में भिजवाने की मांग की। शहर के नदी मोहल्ला, सर्कुलर रोड, नया बांस, हर गली में आवारा पशुओं की भीड़ दिखती है। आवारा पशुओं के लिए चारदीवारी, चारे की व्यवस्था नहीं होने से दिनभर सड़क गली-मोहल्ले में भूखे-प्यासे घूमते हुए प्लास्टिक या कागज खाने से अधिकतर आवारा पशु मौत का शिकार हो जाते हैं। दिनभर आवारा पशुओं का आतंक रहता है। कई बार राहगीरों को चोटिल कर देते हैं।
राहगीरों के लिए दुर्घटना का सबब
वहीं अधिकांश गलियों व मोहल्लों में आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या राहगीरों के लिए दुर्घटना का सबब बनी हुई है। आवारा घूमते पशुओं ने कस्बे के मुख्य चौराहे व स्थलों पर कई बार लोगों को अपनी चपेट में लिया है, लेकिन नगरपालिका प्रशासन की ओर से इस समस्या को लेकर कोई उचित कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। ये पशु भोजनालयों, होटलों, सब्जी की दुकानों, सब्जी व फल विक्रेताओं के हाथ ठेलों के आसपास झुंड के रूप में खड़े रहते हैं। जिससे यहां खरीदारी करने आने वाली महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों को कई बार इनकी आपसी लड़ाई के चलते चोटिल होना पड़ता है। इसके अलावा सड़कों पर बैठे रहने से कई बार यातायात व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो जाती है।
आए दिन दुर्घटना
आवारा पशुओं से आए दिन छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती है। कभी पैदल राहगीर, तो कभी दोपहिया वाहन चालक इनकी चपेट में आ रहे हैं लेकिन इन घटनाओं को प्रशासन की ओर से नजरअंदाज किया जा रहा है।