किसान आंदोलन का दसवां दिन, प्रदेश भर में फूंके गए मोदी, अडानी के पुतले

12/5/2020 5:19:05 PM

डेस्क : केंद्र सरकार के 3 कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। आज किसान आंदोलन 10वें दिन में प्रवेश कर चुके है। आज किसानों ने पुरे हरियाणा में मोदी, अंबानी, अडानी के पुतले फुंके।

कुरुक्षेत्र (रणदीप रौर) : किसान आंदोलन दसवें दिन में प्रवेश कर चुका है। आज प्रदेश भर में किसानों ने केंद्रीय नेताओं के पुतले फुके। शाहबाद में भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने केंद्रीय नेताओं के पुतले फुके और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ऐसे में किसान दिल्ली सीमा पर डटे हुए हैं और किसान आंदोलन जन आंदोलन बनता नजर आ रहा है। अपनी मांगों को लेकर किसान परिवारों सहित खुले आसमान के नीचे पिछले 10 दिनों से दिल्ली सीमा पर डटे हुए हैं।

अंबाला (अमन कपूर) : भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर आज अंबाला के कई गांव में किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कारपोरेट अडानी और अंबानी के पुतलों को आग के हवाले किया। इस मौके पर किसानों ने तीन पुतले बनाकर खुड्डा कलां सहित सपेहड़ा, गरनाला ओर पंजोखडा में रख कर उन्हें आग के हवाले किया और सरकार विरोधी नारे भी लगाए।किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार ने किसानों के खिलाफ यह जो तीन काले कानून जबरन थोपे हैं, इन्हें सरकार वापस ले और किसानों द्वारा जारी विरोध को तुरंत खत्म करें अन्यथा किसान इससे भी बड़ा कदम उठाने पर मजबूर होंगे ।

किसानों का कहना था कि कई बार सरकार को यह काले कानून वापस लेने के लिए बातचीत का रास्ता भी अपनाया गया लेकिन सरकार बजाए लचीला रुख अपनाने के विरोध कर रहे किसानों पर लाठियां भांजने के साथ पानी की बौछारें कर रही है जो किसान विरोधी है । किसानों का कहना है कि दिल्ली में बैठे किसान नेताओं और कृषि मंत्री से चार दौर की वार्ता के बावजूद सरकार अपनी जिद पर अड़ी हुई है और मसला हल करने में सहमत नही लग रही। वहीं किसानों को कभी खालिस्तानी ओर कभी पाकिस्तानी की संज्ञा देने में लगी है जो गलत है। उनका कहना है किसान पहले भारतीय हैं और बाद में किसान।

फतेहाबाद (रमेश भट्ट) : कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज 10 दिन में पहुंच गया है। जहां एक ओर हजारों की संख्या में किसानों ने दिल्ली को घेर रखा है। वहीं प्रदेश में किसानों का गुस्सा अब अपने चरम पहुंचने लगा है। किसान लगातार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। जिले के गांव रत्ताखेड़ा में आज किसान मजदूरों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पुतला फूंका।

प्रदर्शन कर रहे किसानों मजदूरों ने सरकार को साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार इन तीनों कानूनों को तुरंत प्रभाव से वापिस ले ले अन्यथा ये न हो कि प्रदेश की सड़कें किसानों का घर बन जाएं। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए किसानों ने तीनों कृषि कानूनों को किसान और खेती को समाप्त करने वाला बताया और कहा कि किसान लगातार संघर्ष कर रहे हैं केवल इसलिए उनकी खेती खत्म न हो, उन्होंने साफ किया कि अगर सरकार उनकी मांगे नहीं मानती तो 8 को भारत बंद का ऐलान किया गया है। उसमें बढ़चढ़ कर भाग लेंगे और उसके बाद 10 तारीख को दिल्ली को चारों ओर से घेर कर जाम कर देंगे।

Manisha rana