सम्मेलन में अड़चनें डालने वाली सरकार की चुनौती उन्हें स्वीकार : रोशन लाल

10/2/2017 10:56:25 AM

जींद/अम्बाला(रीटा): प्रदेश में राजनीतिक स्थिति अंधकारपूर्ण हो चुकी है। राज्य के संतुलन को खराब कर दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह ने अपने जिले व रिश्तेदारों को महत्व दिया और एक करोड़ लाख का बजट रोहतक में लगा दिया। उक्त वाक्य सर्वजन पार्टी निर्माता रोशन लाल आर्य ने जींद के हुडा मैदान में रविवार को आयोजित पार्टी सम्मेलन में मौजूद कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि हुड्डा ने साजिश रचकर जाट आरक्षण के नाम पर यशपाल मलिक को बुलाया और दलितों को जलाया गया। देश में कोई भी व्यक्ति आरक्षण की मांग कर सकता है। हुड्डा ने इस बात पर जोर दिया कि लोग उसे किसी भी तरीके से नेता मानें। हरियाणा में विवाद करके प्रदेश के 2 टुकड़े कर दिए। लोगों को जाट और गैर-जाट वर्ग में बांट दिया। मुरथल में दलितों के मकान जलाए गए। यहां तक कि ओमप्रकाश चौटाला को सजा दिलवाने के लिए हुड्डा ने खूब ताकत लगाई ताकि वे नेता बन सकें। आर्य ने कहा कि जिले में किसी भी नेता का प्रभाव नहीं है। 

मंत्री जय प्रकाश ने रैली की लेकिन विज्ञापन के नाम पर आश्वासन देकर उसका परिणाम भुगतना पड़ा। आर्य ने कहा कि प्रदेश में जींद की पहचान जयंती दरबार से होती है। यहां भी उन्हें अड़चनों का सामना करना पड़ा। 2 दिन पूर्व भी उनके प्रचारकों को धमकाया गया। उनके दीवारों पर  लगे चस्पे पोस्टर भी फाड़े गए लेकिन वे हर सूरत में इस चुनौती को स्वीकार करते हैं। भाजपा के कुछ तोते, जो सोचते हैं कि हमें लडऩा है, जिस कारण वे अड़चने डालते हैं लेकिन उनके समक्ष भी खड़े होने वाले लीडर भी हैं। उनके साथ जींद में जो बर्ताव हुआ है, जिसके कई कारण हैं। वे इस चुनौती को स्वीकार करते हैं और घोषणा करते हैं कि इसी मैदान को फिर से ताकत के साथ भरेंगे, वे हार नहीं मानेंगे। यदि ईमानदारी से सरकार काम करे तो ईमानदारी दिखनी भी चाहिए। 

मंत्री धनखड़ ने भी अड़चनें डाली, जिसे वे स्वीकार करते हैं। 2 दिन पहले मंत्री अभिमन्यु का कार्यक्रम था जिसमें वे नहीं पहुंचे क्योंकि संख्या कम थी लेकिन वे अपने सम्मेलन में कम संख्या में भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि जनता के हक की लड़ाई लड़ेंगे। जिस कारण उन्होंने सर्वजन पार्टी का निर्माण किया है। इस सम्मेलन में चंद्रभान राणा, बादल पहलवान, बलबीर शर्मा, बसंत कुमार व विकास शर्मा भी मौजूद रहे।