सोमबीर हत्याकांड मामले में नया मोड़: हत्याकांड में पी.एम.ओ. ने मांगी रिपोर्ट

12/15/2018 2:16:54 PM

बाढड़ा(पंकेस): पी.एम.ओ.  ने गांव जगरामबास में भूमि विवाद में गोली का शिकार हुए किसान सोमबीर सिंह की हत्या का मामला दर्ज करवाने के लिए लगाई गई अपील पर सुनवाई करते हुए प्रदेश सरकार से सारे मामले को जवाब तलब करते हुए अब की स्टेटस रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। मृतक की विधवा की अगुवाई में परिजनों ने आई.जी., उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक से गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई न होने पर पी.एम. नरेंद्र मोदी के कार्यालय को अपील भेजने पर उपायुक्त के आदेश पर एस.डी.एम. बाढड़ा ने 26 दिसम्बर को गांव के मुख्य चौक के खुले प्रांगण में ग्रामीणों व अन्य किसी मौजूद गवाह से कोई भी जानकारी देने की अपील की है।

जगरामबास निवासी मृतक सोमबीर की पीड़िता विधवा दर्शना ने पी.एम.ओ. कार्यालय को भेजी शिकायत में बताया कि 14 अक्तूबर को उनके पति सोमबीर सिंह की सरेआम गोलियां मारकर निर्मम हत्या कर दी लेकिन मामले को दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय अभी तक मूकदर्शक बनी हुई है। पीड़िता ने घटना के तीसरे ही दिन पुलिस अधीक्षक दादरी व समय बीतने के 15 दिन बाद यानि 1 नवम्बर को पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी आई.जी. रोहतक से मुलाकात कर सारे घटनाक्रम से अवगत करवाते हुए न्याय की फरीयाद की थी जिस पर आई.जी. संदीप खिरवार ने दादरी पुलिस अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से हत्याकांड के मामले की विशेष जांच शुरु कर पीड़ितों को न्याय दिलवाने का आदेश देते हुए ग्रामीणों  को सारे मामले पर शांति बरतने व पुलिस की जांच में सहयोग की अपील की।

विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के आदेश के बावजूद पुलिस ने जांच के नाम पर कोई कदम नहीं उठाया जिससे अब केवल पी.एम.ओ. पर ही न्याय की अंतिम उम्मीद टिकी है। पी.एम.ओ. कार्यालय में शिकायत पहुंचते ही केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार का गृह मंत्रालय हरकत में आया और मामले में प्रशासन पर दबाव बढ़ा तो दादरी के उपायुक्त ने स्वयं जांच करने के लिए एस.डी.एम. बाढड़ा को गांव के मेन चौक में खुले में बैठ कर घटनास्थल से संबंधित रिपोर्ट तैयार करने का आदेश दिया। जिलाधीश के आदेश पर एस.डी.एम. मनीष फौगाट ने पुलिस उपाधीक्षक, ग्राम पंचायत व अन्य घटना से सम्बंधित सभी पक्षों को अपने स्तर पर कोई भी जानकारी लिखित, मौखिक, वीडियो सामग्री दे सकता है और इस दौरान गांव में पर्याप्त पुलिस बल भी मौजूद रहेगा। डी.सी. कार्यालय द्वारा जांच शुरु करने से मामले में नया मोड़ आ गया है।

पीड़िता ने पी.एम.ओ. पर ही अंतिम उम्मीद जताई
पीड़िता दर्शना देवी ने बताया कि दूसरे पक्ष के कमल सिंह व उनके परिवार के लोगों ने एक आर.टी.आई. के कारण उनसे पुरानी रंजिश रखते हैं और इसी कारण उनके पति की हत्या की है। कहा कि 14 अक्तूबर रविवार को पीड़िता और उनके पति सोमबीर सिंह अपने खेत में नरमा एकत्रित कर रहे थे उसी समय कमल सिंह व मदन सिंह के मध्य भूमि जुताई को लेकर झगड़ा शुरु हो गया और उनके बीच बचाव करवाने गए उनके पति सोमबीर को कमल सिंह ने अपनी लाइसैंसी बंदूक से 3 से 4 गोलियां मार दी जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया और उसको लेकर उपचार के लिए अस्पताल ले गई, जहां उनको मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि उनके ससुर की पहले ही मौत हो चुकी है और पिता की मौत के बाद वह और उनकी सास के अलावा 7 से 8 वर्ष के 2 बच्चों के साथ भय के साए में जी रही है, 

जबकि पुलिस की मिलीभगत अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। उसने इस मामले को लेकर डी.एस.पी., पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग व आई.जी. रोहतक से व्यक्तिगत मिल कर न्याय की मांग की लेकिन हर जगह कोई आश्वासन मिलने की बजाय उलटे उनका अपमान किया जा रहा है। इन सभी बातों को लेकर उसने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, प्रदेश पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिदेशक अपराध, आई रोहतक को पत्र भेजकर न्याय दिलवाने की अपील भी की लेकिन हर जगह निराशा हाथ लगी जिससे मजबूर होकर अब उन्होंने पी.एम.ओ. की शरण लेनी पड़ी।
 

Deepak Paul