मकान में चल रहा था गर्भपात कराने का धंधा, लेते थे 8000 रुपए फीस

4/28/2016 3:22:47 PM

भिवानी (प्रवीन): केंद्र व प्रदेश सरकार ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना को लागू किया। इस पर लाखों रुपए खर्च किए। समाजसेवी संस्थाएं भी बड़े सैमीनार का आयोजन कर बेटियां बचाने की अपील करती हैं लेकिन लोग आज भी बेटा-बेटी में फर्क समझकर बेटियों को कोख में खत्म कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला है। भिवानी के कृष्णा कालोनी में एक फर्जी महिला चिकित्सक 8 से 10 हजार रुपए लेकर एक मकान में गर्भपात करने का गोरखधंधा कर रही थी।
 

गुप्त सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस के साथ एक मकान पर छापा मारा। छापेमारी में टीम ने फर्जी चिकित्सक को गिरफ्तार कर लिया। मकान से गर्भपात कीट व इंजैक्शन सहित 8,000 रुपए बरामद किए। पकड़ी गई फर्जी चिकित्सक के पास न को कोई डिप्लोमा है और न ही कोई डिग्री थी। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग को किसी ने सूचना दी कि कृष्णा कालोनी स्थित एक मकान में गर्भपात का गोरखधंधा चल रहा है। सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग तुरंत प्रभाव में आया।

सिविल सर्जन रणदीप पूनिया ने फटाफट 3 चिकित्सों की टीम का गठन किया। पूरे आप्रेरशन को सफल बनाने के लिए एक फर्जी महिला ग्राहक को तैयार किया, जो साढ़े 3 माह से गर्भवती थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने महिला को 8,000 रुपए देकर बताए गए ठिकाने पर भेजा। उक्त चिकित्सक ने महिला से गर्भपात करने के लिए 8,000 रुपए मांगे। महिला ने फर्जी चिकित्सक को 8,000 रुपए गर्भपात के लिए दिए। महिला को 2 टेबलेट दी गई। इसके बाद महिला ने मकान के पास छिपी हुई टीम को मिस्ड कॉल कर दी। टीम ने तुरंत मकान के अंदर पहुंचकर वहां से एक फर्जी चिकित्सक को रंगे हाथों पकड़ लिया। वहां से भारी मात्रा में एम.पी.टी. किट, गर्भपात में प्रयोग किए जाने वाली दवाइयां भी बरामद कीं।

डा. अनीता गुलिया ने बताया कि कृष्णा कालोनी में कुसुम लता अपने घर में गर्भपात का गोरखधंधा चला रही थी, जिसे गिरफ्तार कर पुलिस के हवाले कर दिया है। आरोपी महिला के पास किसी भी प्रकार की डिग्री व डिप्लोमा नहीं है।  महिला गर्भपात के लिए 8 से 10 हजार रुपए वसूल करती थी।