भिवानी को राज्यस्तरीय विज्ञान संस्थान के रूप में मिलगा नए साल का तोहफा

1/2/2016 7:48:59 PM

भिवानी (अशोक भारद्वाज) : राज्य सरकार द्वारा नए साल का तोहफा देते हुए शैक्षणिक सत्र 2016-17 से भिवानी में अपनी तरह का पहला स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ एक्सीलेंस इन बेसिक साइसिंस(एसआईबीएस) शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसकी स्वीकृति प्रदान कर दी है। इससे हरियाणा में विज्ञान को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जाएगा।

एसआईबीएस की स्थापना चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय, जैव प्रौद्योगिकी, भौतिक विज्ञान,जीव विज्ञान और औषध विज्ञान के क्षेत्र में की जाएगी। इस संस्थान में विश्वस्तरीय संकाय भर्ती करने के अतिरिक्त अत्याधुनिक प्रयोगशाला भवन का निर्माण भी किया जाएगा। इसमें अनुसंधान के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं होंगी। इस संस्थान में शिक्षा के लिए भाभा एटोमिक एनर्जी सेंटर,बेंगलूरू,टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फण्डामेंटल रिसर्च,इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी,मुम्बई जैसे संस्थानों द्वारा विकसित आधुनिक समेकित एवं बेजोड़ पाठ्यक्रम को अपनाया जाएगा। यह पाठ्यक्रम औपचारिक अध्ययन के अतिरिक्त व्यावहारिक प्रशिक्षण और समस्या सुलझाने के विशलेषणात्क कौशल विकास पर बल देता है।

इस संस्थान में दोहरी डिग्री कार्यक्रम के साथ जीव विज्ञान,वनस्पति विज्ञान,भौतिकी, रसायन,गणित में पांच वर्षीय समेकित कोर्स करवाया जाएगा। इसके तहत संबंधित विषय में तीन वर्ष पूरे होने के बाद बीएससी की और पांच वर्ष पूरे होने पर एमएससी की डिग्री दी जाएगी। 

इस संस्थान के बनने से भिवानी ही नहीं बल्कि हरियाणा के छात्रों को फायदा होगा जिन्हें पढऩे के लिए प्रदेश से बाहर जाना पड़ता था। इस बारे में छात्रों ने अपनी राय दी ओर बताया कि इस संस्थान से काफी फायदा होगा।

जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री नेे कहा कि एसआईबीएस में करवाए जाने वाले पांच कोर्सों के लिए कुल 145 सीटे होंगी,जिनमें से रसायन की 45,गणित की 40 और भौतिकी,वनस्पति विज्ञान एवं जीव विज्ञान की 20-20 सीटे होंगी। विज्ञान विषयों के साथ दस जमा दो उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी इस कोर्स में दाखिले के लिए पात्र होंगे। उन्होंने कहा कि एसआईबीएस में दाखिले के लिए उम्मीदवारों का चयन करने के लिए चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि आरंभ में एसआईबीएस की स्थापना जिला के सुई गांव में खाली पड़े इंजीनियरिंग कॉलेज के भवन में किया जाना है।

जनस्वास्थ्य राज्य मंत्री घनश्याम सर्राफ ने कहा कि इस संस्थान के खुलने के बाद भिवानी के विकास के द्वार तो खुलेंगे ही वहीं भिवानी शिक्षा के रूप में भी आगे बढ़ेगा।