खिलाड़ियों ने सुनाई अापबीती... बोले- खेलों को नहीं मिल रहा प्रोत्साहन

8/24/2016 3:38:17 PM

भिवानी (अशोक भारद्वाज): भले ही स्कूल स्तर पर खेलों को प्रेात्साहन दिए जाने की मांग को लेकर सोमवार को शुरू होने वाली जिला स्तरीय खेलों का बहिष्कार कर प्रदेश भर के स्कूलों में कार्यरत शारीरिक शिक्षकों के द्वारा रोष प्रदर्शन किया गया व नारेबाजी की गई हो मगर मंगलवार को खेल प्रतियोगिताएं शुरू कर दी गई।

 
जिस खिलाड़ी को आप तस्वीर में देख रहे हैं यह खिलाड़ी भिवानी में आयोजित की जा रही जिला स्तरीय स्कूली खेल प्रतियोगिता के पांच हजार मीटर दौड़ में दूसरे नंबर पर आया है। जीतने पर इसे किसी तरह की इनामी राशि नहीं मिलने वाली मगर इसका सपना बस ओलंपिक में जाने का है। खिलाड़ी आहत है वो इसलिए नहीं कि इसे इनामी राशि नहीं मिलेगी बल्कि इसलिए क्योंकि ओलंपिक में भारत पिछड़ गया व दो तमगों से ही संतोष करना पड़ा।
 
गांव बलंबा निवासी इस अकेले खिलाड़ी का दुखड़ा यह नहीं है बल्कि स्कूल स्तर पर खेल रहे तमाम खिलाड़ियों की यही कहानी है। दरअसल स्कूल स्तर से ही खिलाडिय़ों के खेल की शुरूआत होती है तथा ये खिलाड़ी ब्लाक व जिला स्तर के बाद राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेते हैं। मगर इसको विडंबना ही कहा जाएगा कि इन खिलाडिय़ों को प्रथम व द्वितीय आने के बाद किसी तरह की प्रोत्साहन राशि नहीं दी जाती जिससे इनका मनोबल बढ़ सके। खिलाड़ी की मानें तो यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व ओलंपिक में करना चाहता है व देश के लिए तमगा लाने की तमन्ना इस जैसे अनेकों खिलाड़ियो की है। 
 
वहीं शारीरिक शिक्षकों का भी कुछ ऐसा ही कहना है कि इन बच्चों को प्रोत्साहन देने के लिए इनामी राशि का प्रावधान किए जाने व दूसरे मुद्दों को लेकर उन्होंने एक दिन इन खेलों का बहिष्कार भी किया था। उन्होंने बताया कि खेलों की शुरूआत  22 अगस्त से होनी थी मगर एक दिन का बहिष्कार किए जाने के बाद खिलाड़ियों के हितों को देखते हुए आज से प्रतियोगिताओं का आगाज किया गया है। प्रतियोगिताएं 28 अगस्त तक चलेंगी इसके बाद लड़कियों की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।