H.TET.परीक्षा शुल्क वृद्धि पर सी.एम. लें संज्ञान, युवा कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी

11/6/2017 11:26:40 AM

बाढड़ा(पंकेस): युवा कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व प्रदेश प्रवक्ता कमल सिंह ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा पात्रता परीक्षा के शुल्क में की गई भारी वृद्धि पर कड़ा रोष प्रकट करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से सारे मामले में स्वयं संज्ञान लेते हुए इसे वापस लेने की अपील करते हुए कहा कि सरकार जल्द नहीं चेती तो युवा कांग्रेस सड़कों पर उतरकर इसका विरोध करते हुए इसे वापस लेने पर मजबूर कर देगी।

कस्बे में पूर्व जिलाध्यक्ष देवेंद्र श्याम कलां के प्रतिष्ठान पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि एक तरफ तो भारत को प्राचीन संस्कृति से जोडऩे का दावा किया जा रहा है और दूसरी तरफ छात्र-छात्राओं से पात्रता के नाम पर 2400, चरित्र सत्यपान के नाम पर 500 रुपए व किसी भी तरह के रिक्त पद पर आवेदन के लिए 500 रुपए का शुल्क देना कहां का न्याय है। प्राचीन भारत में शिक्षा ज्ञान नि:शुल्क दिया जाता था लेकिन आज शिक्षा व रोजगार को सरकार व्यवसाय के तौर पर पैसा कमाने में जुटी है। उन्होंने कहा कि आज सरकार द्वारा निकाले गए रिक्त पदों की लिखित परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए प्रदेश के लाखों युवक युवतियां बड़े बड़े महानगरों से लेकर छोटे शहरों में कोचिंग लेकर अभिभावकों पर अतिरिक्त बोझ डाल रहे हैं वहीं अंतिम समय में प्रश्रपत्र लीक हो जाते हैं।

जिससे बच्चों की सारी मेहनत व उनकी ऊर्जा मिट्टी में मिल रही है और कुछ दिन कोर्ट में जाने की औपचारिकता के बाद कर्मचारी चयन आयोग रातोंरात उन पेपरों का नतीजा घोषित कर देते हैं।प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के पद रिक्त होने के कारण लाखों बेरोजगार डिग्रीधारी पात्रता परीक्षा के इंतजार में थे लेकिन जब बोर्ड ने शैड्यूल बनाया तो पिछले वर्ष की तुलना में चार गुणा से अधिक वृद्धि करते हुए उसमें भारीभरकम राशि तय कर दी जो गरीब युवाओं के भविष्य के साथ भद्दा मजाक है। पहले ही बेरोजगारी की मार व ऊपर से रातोंरात पात्रता शुल्क में भारीभरकम वृद्धि कर सरकार जहां अपने खजाने को भरने में जुटी है, वहीं सरकारी नौकरियों में बंदरबांट किसी से छिपी नहीं है। देश व प्रदेश में छात्र संघ चुनावों का  देश की राजनीति में शिक्षित नेतृत्व की विचारधारा के लोगों का आगमन का मुख्य उद्देश्य होता है। 

विपक्ष में रहकर कालेजों में छात्रसंघ के चुनाव बहाल करने का दम भरने वाली भाजपा सरकार आज स्वयं ही इस वायदे को भुला गई है जबकि भाजपा शासित मध्य प्रदेश, राजस्थान व उत्तराखंड में आज भी छात्र संघ के चुनाव हो रहे हैं फिर हरियाणा प्रदेश के साथ सौतेला बर्ताव क्यों किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे इन मांगों को लेकर जल्द ही शिक्षामंत्री, विभाग के प्रधान सचिव व शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन व सचिव से मिलकर तुरंत प्रभाव से इन शुल्कों को वापस लेने की मांग करेंगे और मांगों पर संतोषपूर्वक कम नहीं उठाया तो आंदोलन करने पर बाध्य होंगे। उनके साथ पूर्व जिलाध्यक्ष देवेन्द्र श्यामकलां, सतपाल काकड़ौली, जितेन्द्र भोलू, अनिल शेषमां इत्यादि मौजूद थे।