भाजपा के 3 सालों में करप्शन, क्राइम और बढ़ा कास्टिजम : हुड्डा

10/31/2017 2:51:48 PM

भिवानी(पंकेस):पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार 3 साल में जनता का आपसी भाईचारा बिगाडऩे, कांग्रेस सरकार की योजनाओं का नाम बदलने, गांव, शहर तथा अफसरों के तबादले करने तक सीमित रही। विकास कार्य करवाने की बजाय इवैंट मैनेजमैंट में ज्यादा भरोसा जता रही है। उन्होंने सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि पिछले 3 साल के दौरान सरकार केवल इवैंट मैनेजमैंट की सरकार बनकर रह गई हैं, जबकि सरकार के पास न तो कोई नई योजना है और न ही कोई नया नजरिया।

 उन्होंने कहा कि सरकार आज स्वर्ण जयंती के नाम पर 1600 करोड़ रूपए खर्च कर कर कुछ चुनिंदा लोगों को ठेका दे कर खुद इवैंट मैनेजमैंट करने में लगी है। उन्होंने कहा कि आज किसान की स्थिति पर ध्यान न देकर सरकार केवल चार बीमा कम्पनियों की ही एजैंट बनी हुई है। बीमा कम्पनी बिना एग्रीमैंट के ही किसानों की मर्जी के खिलाफ जाकर उनके खाते से ही सीधे बीमा प्रीमियम की रकम निकाल रही है। इस मुद्दे को लेकर वे जनता के बीच जा रहे है। अब जनता को भाजपा सरकार की असलियत का पता चल चुका है। उन्होंने कहा कि आज सरकार के जो नुमाइंदे कांग्रेस सरकार में अर्धनग्र होकर समर्थन मूल्य की पैरवी कर रहे थे, वे आज किसानों की समस्याओं को लेकर मौन है, बल्कि गेहूं के समर्थन मूल्य में चंद रूपयों की वृद्धि करा खुद की पीठ थपथपा रहे हैं। 

एन.डी.ए. के कार्यकाल में बने केस में चौटाला गए जेल
पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने बताया  कि मुझे भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जेल भिजवाया है, जिसका जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि ओमप्रकाश चौटाला जेल नौकरी लगवाने की वजह से नहीं बल्कि करप्शन एक्ट की वजह से गए  और यह केस तत्कालीन एन.डी.ए. सरकार और प्रदेश की इनैलो सरकार के दौरान का है। कांग्रेस की सरकार 2005 में बनी थी तो इसमें उनकी भूमिका कहां से है।

अध्यक्ष पद पर ताजपोशी की तैयारी मुकम्मल
 हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए प्रस्ताव तैयार कर सोनिया गांधी के समक्ष भेजा हुआ है। संभावित है कि इस मसले पर वे ही कोई फैसला लेंगी। शीघ्र फैसला आने की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने संभावना जताई कि इस मामले में पार्टी अध्यक्षा सभी के हितों को ध्यान में रखकर फैसला लेगी। 

इस मौके पर पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा, सतपाल सांगवान, सांसद शादीलाल बत्तरा, प्रो. वीरेंद्र, पूर्व विधायक रणबीर सिंह महेन्द्रा, डा. शिवशंकर भारद्वज, संदीप सिंह, ठाकुर लाल सिंह,  पवन बुवानीवाला, विजय बंसल टेनी, मामन चन्द, अभिजित लाल सिंह, अनिल धनखड़, अजय वेद, प्रदीप गुलिया, धीरज अखरिया, अजित बामला, अजय सरार्फ, प्रेमवती गोयत, ईश्वर शर्मा, सतेंद्र ढांडा, अनीता धानक, भुवनेश रिंकल तंवर, जयवीर मित्ताथल, राजेंद्र धानक, सुखपाल पूर्व सरपंच, रोहताश पहलवान,  संजय अत्री, वीरेंद्र बामला आदि मौजूद थे।