झगड़े में घायल व्यक्ति ने तोड़ा दम, गम में बड़े भाई की मौत

11/4/2017 3:50:45 PM

भिवानी(पंकेस):गांव तिगड़ाना में झगड़े में घायल हुए एक व्यक्ति की अस्पताल में मौत हो गई। परिजनों ने चिकित्सकों पर इलाज में कोताही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत करवाया और शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों के सुपुर्द कर दिया। तिगड़ाना निवासी 53 वर्षीय कृष्ण की इलाज के दौरान अस्पातल में मौत हो गई।  परिजनों ने गांव के ही कुछ लोगों पर कृष्ण को पीटकर घायल करने व चिकित्सकों पर इलाज के दौरान लापरवाही का आरोप लगाया है।

पुलिस ने तिगड़ाना के 4 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। 53 वर्षीय तिगङाना गांव निवासी कृषि विभाग में माली के पद पर तैनात था। कल शाम कृष्ण की अपने पड़ोसियों के साथ किसी बात को लेकर अनबन हो गई। अनबन को लेकर कृष्ण व उसके परिजनों ने माफी भी मांग ली थी, इसके बावजूद  सुबह एक युवक तीन-चार युवकों के लेकर कृष्ण के घर पहुंचा और सभी ने लात-घूंसों व डंडों से पीट कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। इसके बाद कृष्ण को उपचार के लिए चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। 

क्या कहते हैं चिकित्सक
चिकित्सक राकेश खटक ने बताया कि उन्होंने झगड़े में घायल हुए तिगड़ाना निवासी कृष्ण का सही से इलाज किया और उनकी तबियत नॅारमल होने पर उन्हे करीबन एक-डेढ़ घंटे बाद वार्ड में शिफ्ट किया गया था। चिकित्सक ने बताया कि वे खुद हैरान हैं कि कृष्ण की मौत कैसे हुई। उन्होंने बताया लापरवाही के आरोप बेबुनियाद हैं।

क्या कहते हैं थाना प्रभारी
सदर थाना जांच अधिकारी  धर्मबीर सिंह ने बताया कि कृष्ण को चोट मार कर घायल करने के आरोप में तिगङाना के 4 लोगों के खिलाफ  हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। जांच के बाद जो सामने आएगा उसकी अनुसार कानून  के तहत कार्रवाई की जाएगी। 

भाई के गम में भाई की मौत
वहीं कुछ देर बाद ही मृतक कृष्ण की मौत के गम में चचेरे भाई 57 वर्षीय अमरपाल की भी हार्ट अटैक के कारण मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खङ़ा कर दिया। परिजनों ने बताया कि सुबह मृतक अमरपाल सामान्य अस्पताल में गया था। वहां पर पता चला कि कृष्ण की मौत  हो गई। उसको अन्य लोगों ने गांव तिगड़ाना भेज दिया। गांव तिगड़ाना जाकर अमरपाल ने छाती में दर्द होने की शिकायत की। परिजन उसको उपचार के लिए भिवानी के एक निजी अस्पताल ले आए। यहां आते ही अमरपाल ने दम तोड़ दिया।  

चिकित्सक ने बरती लापरवाही
मृतक के परिजनों ने बताया कि कृष्ण को गुम चोटें लगी थीं। वे उपचार के लिए सामान्य अस्पताल ले आए। यहां पर आपातकालीन विभाग में तैनात चिकित्सक ने कृष्ण को दाखिल कर लिया। परिजनों के अनुसार कुछ देर बाद चिकित्सक ने कृष्ण को ठीक बताकर वार्ड में भेज दिया। वार्ड में जाने के 10 मिनट बाद ही कृष्ण की मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि अगर चिकित्सक सही ढंग से उपचार करते तो शायद कृष्ण की मौत नहीं होती। वहीं परिजन मुकेश ने कहा कि गांव में हमला करने वाले युवकों व चिकित्सक की लापरवाही के कारण उनके परिवार के दो लोगों की मौत हो गई।