देखरेख के अभाव में काल का ग्रास बन रहे बेजुबान

11/21/2017 3:38:17 PM

चरखी दादरी(राजेश):शहर की सड़कों पर बेसहारा घूम रहे गौवंश के लिए प्रशासन से मार्कीट कमेटी के पुराने कार्यालय में नंदीशाला तो स्थापित कर दी है, लेकिन यहां रखरखाव के अभाव में आए दिन गौवंश असमय कालग्रास बन रहे हैं। नंदीशाला में अब तक दर्जनों की संख्या में गायों व बछड़ों की मौत हो चुकी है। इनमें कुछ बीमारी के कारण तो कुछेक आपस लड़ कर मौत का शिकार हुए हैं। वहीं नंदीशाला में सेवारत लोगों के मुताबिक इन पशुओं की देखरेख में कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही। नंदीशाला में पशुओं के पर्याप्त मात्रा पानी व चारा उपलब्ध है। 

कर्मचारियों ने बताया कि मरने वाले पशुओं में अधिकतर बीमार थे, जिन्हें समय पर उपचार नहीं मिल पाया और उनकी मौत हो गई। प्रशासन द्वारा लगातार कोशिश करने के बावजूद भी नंदीशाला में गौवंश का सही ढंग से संरक्षण नहीं हो पाया है। जिसके चलते ये बेजुबान आए दिन मौत के मुंह में जा रहे हैं। हालांकि नंदीशाला में प्रशासन की तरफ पशु चिकित्सक की व्यवस्था भी की गई हैं, लेकिन यह सब प्रबंध भी पशुओं की 
जान बचाने में नाकाफी लग रहे हैं।

2 माह पूर्व बनाई थी नंदीशाला
गौरतलब है कि करीब 2 माह पूर्व नगर परिषद ने प्रशासन के आदेशानुसार शहर की सड़कों पर लावारिस घूमने वाले सांडों के लिए पुराना झज्जर रोड स्थित मर्कीट कमेटी के पुराने कार्यालय में नंदीशाला बनाई थी। जिसमें लावारिस पशुओं को आश्रय दिया गया। इन पशुओं को पकडऩे के प्रशासन ने गो सेवकों तथा सरकारी कर्मचारियों की टीम भी गठित की थी। 

474 पशुओं को दिया आश्रय
नगर परिषद सचिव संजय यादव ने बताया कि प्रशासन के आदेशों पर टीम ने शहर भर से  करीब 474 सांडों को पकड़कर नंदीशाला में आश्रय दिया था जिसके बाद गो-सेवकों की सहायता से इन पशुओं पकड़ा गया। प्रशासन द्वारा इन पशुओं के लिए टीन शैड व अन्य औपचारिकताएं भी पूरी की गई, मगर दीवार टूटने से बड़ी संख्या में ये पशु नंदीशाला से भाग निकले।