पैंशन बनवाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं बुजुर्ग

2/12/2019 11:48:25 AM

भिवानी (पंकेस): सामान्य अस्पताल में सोमवार को आए बुजुर्गों की बड़ी संख्या में उमड़ी भीड़ किसी पार्टी की रैली से कम नहीं थी। यह भीड़ उन बुजुर्गों की थी, जो कड़ाके की ठंड में पैंशन बनवाने के लिए सोमवार सुबह सुबह सामान्य अस्पताल में आ पहुंचे। ये वे बुजुर्ग हैं, जिनकी किसी कारण से बुढ़ापा पैंशन नहीं बन पा रही है। गौरतलब है कि भिवानी के सामान्य अस्पताल में अव्यवस्थाओं के चलते बुजुर्गों को अपनी बुढ़ापा पैंशन के लिए बार-बार गठित की गई मैडीकल बोर्ड की टीम के सामने चककर लगाने पड़ रहे हैं।

कुछ बुजुर्गों की आयु निर्धारित आयु से 5 वर्ष अधिक है लेकिन फिर भी बुढ़ापा पैंशन से वंचित हैं। बुजुर्गों का कहना है कि वे बार-बार यहां खर्च कर आते हैं पर उन्हें किसी प्रकार का लाभ नहीं मिलता है। सुबह आकर बैठते हैं लेकिन यहां कोई काम नहीं किया जाता है। सभी ने इस कड़ाके की ठंड में सरकार व स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। कहा कि सरकार और विभाग उनकी समस्या को जानकर भी अनजान बना हुआ है ,यहां उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं है, उन्हें संतुष्टिपूर्वक कोई जवाब नहीं दिया जाता, वे बार बार पैंशन के लिए चक्कर लगा रहे हैं लेकिन अब तक उनकी पैंशन नहीं बनी है।

इस मामले पर 65 वर्षीय रण सिंह, ओमप्रकाश, नेकीराम सहित अनेक बुजुर्गों ने बताया कि प्रमाण पत्रों के न बनने से उनकी आयु 5 वर्ष अधिक निकल गई पर अभी तक उनकी बुढ़ापा पैंशन नहीं बनी है, ठंड में सुबह आते हैं और शाम को ठंड में वापस घर लौटना पड़ता है लेकिन पैंशन नहीं बनती है। कभी किसी कागज के कारण तो कभी किसी दूसरे कागजात के कारण उन्हें निकाल दिया जाता है। गांव निगाना के नेकीराम ने बताया की उनके पास सभी प्रमाण हैं लेकिन फिर भी उनका नाम विभाग के कम्प्यूटर नहीं दिखाई देता। अपना दर्द बताते हुए 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग रण सिंह दादरी गेट निवासी ने बताया की अब तक उनकी पैंशन नहीं बनी है, जिसकी जुबां लडख़ड़ाती हुई कह रही थी कि उन्होंने अब कागज भी बनवा लिए लेकिन देखो आज उनकी पैंशन बन जाए, इसी उम्मीद के साथ सुबह से जमीन पर लेटे हुए हैं कि कब उसका नंबर आए।

Deepak Paul