फाइनैंसरों से परेशान कोचिंग सैंटर संचालक ने की आत्महत्या

8/31/2016 3:18:29 PM

नारनौल: शहर में वर्षों पूर्व कोचिंग सैंटर की शुरूआत करने वाले क्षेत्र के बी.डी. सैनी ने फाइनैंसरों से परेशान होकर मंगलवार को सैंटर के पुराने भवन में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। बी.डी. सैनी ने फांसी लगाने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जो पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। मृतक बी.डी. सैनी के भाई खुशहाल चंद की शिकायत पर 5 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मुकद्दमा दर्ज कर लिया गया है। जिसमें 1 पुलिस ए.एस.आई. मिल्खा सिंह भी शामिल है।

 

मृतक के भाई ने पुलिस को लिखी शिकायत में कहा है कि उसका बड़ा भाई बेसीधर सैनी पिछले कई सालों से शहर में कोङ्क्षचग सैंटर चलाता था। जिसने कुछ लोगों से रुपए ब्याज पर उधार लिए हुए थे। जो समय-समय पर इन लोगों को वापस भी देता रहा है परंतु कुछ समय से अनूप व अशोक कुमार पुत्र निहाल सिंह रेवाड़ी रोड, अमित यादव खासपुर, सुरेंद्र पुत्र लालचंद पटीकरा व मोती नगर निवासी ए.एस.आई. मिल्खा सिंह उसके भाई को पैसों को लेकर बेइज्जत करके मारने पीटने की धमकी देते थे। हर दूसरे-तीसरे दिन घर जाकर गाली-गलौच करते थे और जान से मारने की धमकी देते थे। घटना से पहली रात के समय भी अनूप व अशोक 2-3 आदमियों के साथ घर पर आकर बी.डी. सैनी को गालियां दी थीं। शिकायतकत्र्ता ने कहा है कि इन लोगों की वजह से ही उसके भाई ने पुरानी सराय स्थित कोचिंग सैंटर के पुराने आफिस में आत्महत्या कर ली। शिकायतकत्र्ता ने नामजद लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

 

मेरे बच्चों व परिवार को फाइनैंसरों से बचाना
मृतक बी.डी. सैनी की जेब से पुलिस को मिले सुसाइड नोट के अंत में अपने बच्चों व परिवार को फाइनैंसरों से बचाने की मार्मिक बात के अलावा नोट में कुछ इस तरह लिखा गया है। प्रिय साथियों राम-राम। मैं बंसीधर इज्जत से कोचिंग सैंटर चलाकर जीवन जी रहा था परंतु निम्न व्यक्ति ने अपने शातिर गिरोह में फंसाकर इतना दुखी, अपमानित व परेशान कर दिया कि अपनी जीवन लीला खत्म कर रहा हूं। 

 

मेरी मौत का जिम्मेदार व्यक्ति अनूप निहाल सिंह राज आयल कम्पनी रेवाड़ी रोड व इसके 8-9 सदस्य जो गिरोह में शामिल हैं। उपरोक्त व्यक्ति से मैंने कुछ रुपए उधार लिए थे। देते वक्त कोरे चेक, प्लेन पेपर व कोरे एफिडेविट लिए थे। मैंने इनसे जो रुपए लिए थे उनसे कई गुना इनको जमा करवा दिए परंतु मैंने आज इनसे उपरोक्त कागज मांगे तो मुझे और मेरी पत्नी को धमकाया। एक कागज पर दोनों से जबरदस्ती साइन करवाकर ले गए। घर पर आकर हमारी बेइज्जती की वह सहन नहीं हो सकती, मैं अपनी जीवन लीला खत्म कर रहा हूं, इसका जिम्मेदार अनूप व इसका गिरोह है। मेरे बच्चे व परिवार को इनसे बचाना।