होर्डिंग्स पर लाखों का खर्चा, शौचालयों की हालत बदतर

3/24/2019 11:48:11 AM

भिवानी (ब्यूरो): नगर परिषद के भी क्या कहने। वैसे तो नगर परिषद द्वारा शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए लाखों रुपए के होॄडग्स और बैनर लगाए गए थे। मगर दूसरी ओर देखा जाए तो इस समय नगर परिषद के अधीन आने वाले शौचालयों की हालत बद से बदतर बनी हुई है। इसके बावजूद न.प. की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। यहां बता दें कि शहर के हांसी गेट और पुराना बस स्टैंड के बीच सरकार ने नगर सुधार मंडल के नाम से एक मार्कीट बनाई थी। बाद में इस मार्कीट में बनी अधिकतर दुकानों को नगर परिषद ने लोगों को बेच दिया। वहीं, इस मार्कीट में प्रथम तल और पहली मंजिल पर बने शौचालयों के रखरखाव का जिम्मा नगर परिषद ने अपने पास रख लिया। 

पहले नीचे वाले तो बाद में पहली मंजिल वाले शौचालय के तोड़ दिए दरवाजे 
मगर पिछले कुछ महीनों से नगर परिषद के इन दोनों शौचालयों की ओर न.प. द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था। इस बात को ध्यान में रखते नगर सुधार मंडल के दुकानदारों ने इस बारे में न.प. को इन शौचालयों की हालत सुधारने की मांग की थी। इस पर नगर परिषद ने इन शौचालयों की हालत सुधारने की दिशा में काम तो शुरू किया लेकिन उसमें न.प. की ओर से गलत तरीका अपनाया गया। इसके तहत न.प. ने जिस ठेकेदार को इन शौचालयों की हालत सुधारने का ठेका दिया था उस ठेकेदार ने पहले प्रथम तल पर बने शौचालय के नवीनीकरण के लिए उसमें मिट्टी भरवा दी। इसलिए वह शौचालय बंद हो गया। उसके बाद ठेकेदार ने पहली मंजिल पर बने शौचालय के दरवाजों को तोड़ दिया। 

अब दुकानदार शौच के लिए कहां जाएं 
इसलिए ठेकेदार द्वारा किए इस काम के चलते यहां के दुकानदारों और यहां आने वाले लोगों को शौच के लिए जगह नहीं मिलने के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समय जहां प्रथम तल पर बने शौचालय में मिट्टी भरी हुई है तो पहली मंजिल पर बने शौचालय में दरवाजे तोडऩे के अलावा यहां लघु शंका के लिए बनाए यूरिनल की भी सफाई नहीं की जा रही। इसलिए यहां लगाए तीनों यूरिनल इस समय गंदगी से अटे पड़े हैं। इसलिए ये दोनों ही शौचालय इस समय नगर परिषद के उन दावों को ठेंगा दिखा रहे हैं, जो न.प. द्वारा लोगों से शहर को साफ रखने के लिए अपील के लिए किए गए थे।

यह बोले दुकानदार और अन्य लोग 
इन शौचालयों की इस समय बदतर हालत को देख यहां के दुकानदार डाक्टर कुलवंत पंघाल, दुकानदार पारस, विनोद चावला, अमर, इंद्रवेश, जगबीर घणघस के अलावा यहां आने वाले दीपक, अशोक तालू, कृष्ण बामला, संदीप, विनोद आदि ने बताया कि उनके लिए लघु शंका और शौच आदि के लिए यही शौचालय थे। मगर अब इन शौचालयों की हालत इतनी खराब है कि अगर वे पहली मंजिल वाले शौचालय में लघु शंका करने चले जाएं तो उन्हें उल्टी आती है। इसलिए उनकी नगर परिषद से यही मांग है कि इन शौचा.लयों की हालत जल्द से जल्द ठीक करा इन्हें चालू कराया जाए और इन शौचालयों में पानी की भी व्यवस्था की जाए। 

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