‘संचार साथी’ ऐप के जरिए देश के लोगों की जासूसी करने का रचा जा रहा है षडयंत्र: रणदीप सुरजेवाला

punjabkesari.in Wednesday, Dec 03, 2025 - 08:56 PM (IST)

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा): संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान जहां सत्तारुढ़ एन.डी.ए. और इंडिया गठबंधन के सांसदों के बीच सियासी घमासान जारी है तो वहीं अन्य मुद्दों के साथ साथ केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई ‘संचार साथी’ ऐप को लेकर भी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने कई सवाल खड़े किए हैं। इस मुद्दे को लेकर सांसद सुर्जेवाला ने केंद्र सरकार पर देश के आम लोगों की जासूसी के षडयंत्र रचने का आरोप लगाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी एन.डी.ए. सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कांग्रेस नेता सुर्जेवाला ने कहा कि आखिर क्या कारण हैं कि केंद्र सरकार संचार साथी ऐप के जरिए स्मार्टफोन यूजर की निजता पर हमला कर रही है? संसद के शून्यकाल के दौरान सुर्जेवाला ने पटल पर सवाल करते हुए ये आरोप लगाया कि यह ऐप बिना किसी की अनुमति के लोगों के फोन में जबरन इंस्टॉल करके सरकार हर नागरिक की जिंदगी की जासूसी कर रही है। सुर्जेवाला ने कहा कि इस ऐप के जरिए जहां सरकार हर स्मार्टफोन यूजर के मैसेज व कॉल डिटेल की जानकारी पता लगा सकेगी वहीं यू.पी.आई. या के्रडिट कार्ड के जरिए क्या खरीदा गया है? इसकी जानकारी भी सरकार के पास होगी, जिससे कहा जा सकता है कि अब सरकार देश के हर नागरिक की जासूसी करेगी।

इन बिंदुओं पर बोला सियासी हमला

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुर्जेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सियासी हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के हर नागरिक को अपना दुश्मन मान लिया है और यही कारण है कि संचार साथी ऐप की आड़ में हर व्यक्ति की गतिविधियों एवं दिनचर्या का भेद लगाने का घिनौना प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस ऐप से सरकार हर व्यक्ति की रियल-टाइम लोकेशन ट्रैक कर सकती है कि आप दिनभर कहां गए, किससे मिले, फोन पर होने वाली हर बातचीत सुन सकती है और किससे बात की, कितनी देर की इन सब का रिकॉर्ड सरकार के पास होगा। इसके अलावा व्हाट्सएप के सारे मैसेज तक देखे जा सकते हंै। डेबिट-क्रेडिट कार्ड से क्या-क्या खरीदा, कितने में खरीदा इसका भी पूरा हिसाब सरकार के पास होगा। फोन में सेव पासवर्ड, गैलरी की निजी और पारिवारिक फोटो तक सबकी पहुंच सरकार के पास और सबसे बड़ा खतरा कि अगर कोई विदेशी हैकर या खुफिया एजैंसी इस संचार साथी ऐप को हैक कर ले तो 140 करोड़ भारतीयों का सारा निजी डाटा एक झटके में लीक हो जाएगा।

अभिव्यक्ति की आजादी छीनने का बताया प्रयास

पूर्व मंत्री रणदीप सुर्जेवाला ने शून्यकाल के दौरान ‘संचार साथी’ ऐप को लेकर पटल पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिना नागरिक की अनुमति के, बिना संसद की मंजूरी के, बिना कोई कानून बनाए यह ऐप जबरन हर फोन में कैसे डाला जा रहा है? यह नागरिकों की निजता का हनन है, अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है और लोकतंत्र को कुचलने की सबसे खतरनाक साजिश है। उन्होंने मांग की कि संचार साथी ऐप को तुरंत बंद किया जाए, इसे जबरन इंस्टॉल करने की प्रक्रिया रोकी जाए। इसके अलावा सुर्जेवाला ने कहा कि केंद्र सरकार अपनी नापाक नीतियों को छिपाने की आड़ में इस प्रकार की गलत नीतियों का इस्तेमाल करते हुए न केवल देश के हर इंसान की अभिव्यक्ति की आजादी को छीनने का प्रयास कर रही है बल्कि अपने मंसूबों को कैसे अंजाम दिया जाए? हर रोज इसी दिशा में प्रयासरत रहती है। 


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Content Writer

Yakeen Kumar

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