पंचमुखी हनुमान मंदिर, जहां भंडारा लगाने के लिए करना पड़ता है ढाई वर्ष का इंतजार

3/17/2017 12:58:53 PM

रामभक्त हनुमान के विश्व में बहुत से मंदिर हैं। उनके कुछ ऐसे भी मंदिर है जहां व्यक्ति की प्रत्येक इच्छाएं पूर्ण होती हैं। यमुनानगर से करीब 15 कि.मी. दूर पंचमुखी हनुमान मंदिर स्थित है। कहा जाता है कि इस मंदिर का संबंध महाभारत काल से है। मंदिर में लोगों की इतनी अगाध श्रद्धा है कि यहां शुक्ल पक्ष में भंडारा लगाने के लिए दो से ढाई वर्ष का इंतजार करना पड़ता है। 


कहा जाता है कि महाभारत काल में पांडव यहां रुके थे। उन्हें राम भक्त हनुमान के दर्शन हुए थे। उस दौरान यह क्षेत्र वीरान जंगल था। करीब 400 वर्ष के तप के बाद बाबा जानकी दास महाराज को ढाक के वृक्ष पर हनुमान जी के दर्शन हुए थे। उनको जैसे दर्शन हुए उन्होंने वैसे ही हनुमान जी की प्रतिमा बना दी। तभी से यह स्थान आस्था का केंद्र बना है। मंदिर पांच एकड़ भूमि में बना हुआ है। मंदिर के साथ जानकी कुंड के प्रति भी लोगों की अपार श्रद्धा है। कहा जाता है कि मनोकामना पूर्ण होने पर भक्त शुक्ल पक्ष में यहां भंडारा लगाते हैं। इसके लिए भक्तों को ढाई वर्षों तक इंतजार करना पड़ता है।