फिल्मों के चयन के मामले में सुस्त हूं, जो स्क्रिप्ट दिल को छू जाती उसे न नहीं कर पाता : ऋतिक रोशन
punjabkesari.in Wednesday, Oct 05, 2022 - 03:56 PM (IST)
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। बॉलीवुड अभिनेता ऋतिक रोशन इन दिनों अपनी फिल्म विक्रम वेधा को लेकर चर्चा में हैं। फिल्म 30 सितंबर को रिलीज हो चुकी है और बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस कर रही है। खासकर ऋतिक के किरदार को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। विक्रम वेधा इस ही नाम की साउथ इंडियन फिल्म की रीमेक है। ओरिजनल फिल्म में विजय सेतुपति और आर माधवन ने लीड रोल निभाया था। ऋतिक नेविक्रम वेधा को लेकर पंजाब केसरी से खास बातचीत की और सवालों के जवाब दिए। एक तरफ जहां उन्होंने वेधा के रोल के लिएअपनी तैयारी के बारे में बताया, वहीं सैफ संग काम करने का अनुभव भी शेयर किया। पेश है बातचीत के कुछ प्रमुख अंश:
सवाल : वेधा के रोल के लिए अपने आप को कैसे तैयार किया?
जवाब : किसी भी रोल को तैयार करने के लिए पहले में अपनी बालों को तैयार करता हूँ।पहले अपना हेयर स्टाइल को उस किरदार केहिसाब से बनाता हूँ।उसके बाद कपडे कैसे पहनने है और किरदार की वॉक कैसी होगी। ऐसा करने के बाद ही धीरे-धीरे उस किरदारतक पहुँच जाता हूँ।
सवाल : आपकी एक्टिंग में पहले से बदलाव आया है, क्या कहेंगे?
जवाब : मेरी एक्टिंग में पहले से बदलाव आया है और अगर दर्शकों के ये पसंद आ रहा है तो मेरे लिए अच्छा है। इससे लगता है कि मैंअच्छा काम कर रहा हूँऋतिक ने कहा कि उन्होंने वेधा के रोल के लिए अपना बेस्ट दिया है और वो
उससे खुश है। ऋतिक ने आगे कहाकि मैं अपनी जिंदगी में हमेशा खुश रहूंगा, मुझे इस बात की खुशी रहेगी कि मेरे को विक्रम वेधा जैसी फिल्म करने का मौका मिला। एकफिल्म, एक स्क्रिप्ट जिसे इतना शानदार तरीके से लिखा गया था।
सवाल : सैफ के साथ काफी समय बाद काम किया, कैसा अनुभव रहा?
जवाब : सैफ के साथ करते वक्त बहुत मजा आया है उनकी वजह से मेरी भी एक्टिंग बेहतर हुई है, जो फिल्म में आप साफ़देख सकते हैं। सैफ कि एक्टिंग के बारे में कहा कि वो बहुत ही रियल एक्टर है। मुझे लगता था कि मैंने अपनी एक्टिंग में अगर थोड़ा भी ओवर किया, तो लोग मुझे पकड़ लेंगे, क्योंकि मेरे सामने इतना शानदार एक्टर था। मैंने अपने किरदार की तैयारी के वक्त और सेट पर भी शूटिंग केसमय इन बातों का ध्यान में रखा।
सवाल : फिल्मों का चुनाव कैसे करते हैं?
जवाब : फिल्म या स्क्रिप्ट को चुनने का मेरा कोई ख़ास प्रोसेस नहीं है। मैं वो फिल्में करता हूं, जिसे मैं ना नहीं कर पाता। फिल्मों केचयन के बारे में बहुत सुस्त हूँ और मैं फ़िल्में नहीं करना चाहता हूँ। मेरी कोशिश यही रहती है कि हर फिल्म जो मेरे पास आये, मैं उसेनाकर दूँ। किसी फिल्म की स्क्रिप्ट ने मेरे दिमाग या दिल पर अधिक प्रभाव छोड़ा है तो मैं वो फिल्म कर लेता हूँ। यदि किसी कहानी परमैं बैठ कर सोचने लग गया, तो फिर मैं उसे नहीं ही करता हूं।
सवाल : ओटीटी पर आपकी एक्टिंग का झलवा कब देखने को मिलेगा?
जवाब : अभी फिलहाल ओटीटी के किसी प्रोजेक्ट पर काम नहीं कर रहा हूँ। मेरी नई फिल्म फाइटर होगी, जिसकी तैयरियों में जुट गयाहूँ। फाइटर में मेरा बहुत ही अलग और जबरदस्त किरदार होगा। उम्मीद है कि वो किरदार भी लोगों को बहुत पसंद आएगा।
सवाल : साउथ की फिल्मों को लोग पसंद कर रहे हैं, क्या कहेंगे?
जवाब : साउथ में काफी बड़े स्तर पर फ़िल्में बन रही हैं और अच्छी फ़िल्में बन रही है, जोकि बढ़िया है। ये आपको अच्छा काम करने केलिए प्रेरित करता हैं। फिलहाल किसी साउथ इंडियन फिल्म के प्रोजेक्ट पर काम नहीं कर रहा हूँ।
सवाल : फिल्म में आप ने कलाई पर काले रंग का दागा पहना है, उसका क्या महत्व है?
जवाब : मुझे याद नहीं है कि ये कब शुरू हुआ है, लेकिन हर फिल्म में किरदार के साथ ऐसा कुछ हो जाता है।चाहे वो वार हो या फिरविक्रम वेधा या कोई अन्य पुरानी फिल्म।
वार में फिल्म के मुहूर्त पर मौली बांधी गई, जो फिल्म का हिस्सा बन गई,इसी तरह विक्रमवेधा में ड्रेस रिहर्सल के दौरान काला दागा बांधा गया।
इन्हें काटना हमेशा ही मेरे लिए मुश्किल रहा हैवेधा के काले दागे को काटने कामैंने शूटिंग के बाद प्रयास किया, लेकिन नहीं काट पाया।फिर डबिंग के बाद काटना चाहा पर फिर नहीं काट पाया।
आखिर मैं तब इसेकाट पाया जब मैंने अपने आपसे सवाल पूछा कि मैंने जिस मकसद से दागा बांधा था, क्या मैं उसे पूरा कर पाया। ये सवाल मुझे डराताहै और नया करने के लिए प्रेरित करता है।