प्रदेश की जेलें होंगी कंप्यूटराइज : सुधीर

8/28/2015 8:56:13 PM

फरीदाबाद, (सूरजमल) : असिस्टेंट डीजीपी जेल सुधीर चौधरी ने बताया कि  कैदियों को पेशी पर ले जाते वक्त दिल्ली जैसी कोई घटना न घटे इसके लिए जेल के उच्च अधिकारियों से बात की गई है। कैदी को पेशी पर ले जाने से पहले उसके वारंट की गहनता से जांच करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही प्रदेश में सभी जेलों को कम्प्यूटराइज किया जाएगा। 

तीन दिन के जिला जेल नीमका के इंस्पेक्शन पर आए चौधरी ने आज आखिरी दिन सभी पहलुओं पर जांच के बाद कहा कि सुरक्षा, अनुशासन और जेल की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए जेल प्रशासन को बोला गया है। उन्होंने ये भी कहा कि प्रदेश में जेलों को कम्प्यूटराइज करने का काम किया जा रहा है। इससे पहले करनाल और गुड़गांव की जेल को कम्प्यूटराइज कर दिया गया है। स्किल्ड डवलपमेंट के लिए इगनू के प्रोफेसर से भी बात की गई है। उन्होंने जेलों के कम्प्यूटराज करने के पीछे कारण भ्रष्टाचार को रोकने के साथ-साथ काम में तेजी लाने का भी माध्यम बताया। 

नीमका जेल में कैदियों के बीमार होने पर जेल परिसर में बने अस्पताल में दवाइयां ऑनलाइन दी जाएंगी। अस्पताल के रिकार्ड को ऑनलाइन करने के लिए जेल में पहुंचे जेल एडीजीपी सुधीर चौधरी ने फीता काटकर इसकी शुरूआत की। इस मौके पर दवाइयां समेत सभी रिकार्ड को कम्प्यूटराइज करते हुए सुधीर चौधरी ने बताया कि बीमार कैदियों को क्या दवाई दी जा रही है, इस सबका रिकार्ड रखा जाएगा।