भाकियू पदाधिकारी हांसी भूख हड़ताल पर बैठे

2/19/2019 11:58:16 AM

बाढड़ा(पंकेस): प्रदेश के किसान संगठनों द्वारा हांसी में अपनी मांगों को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन में आज दक्षिणी हरियाणा के सबसे बड़े किसान संगठन भाकियू  पदाधिकारियों ने पहुंच कर भूख हड़ताल में भाग लिया और सरकार को जल्द ही आंदोलनकारियों की मांगे न मानने पर आंदोलन तेज करने की धमकी दी। देर सायं धरना स्थल पर पहुंच कर चेयरमैन व हिसार के विधायक कमल गुप्ता ने उनको प्रदेश के सी.एम. से मुलाकात करवाने का आश्वासन देकर आंदोलन खत्म करवाया।

किसान को कर्जमुक्त करने, कृषि क्षेत्र में डा. स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें बहाल करने इत्यादि मांगों को लेकर हरियाणा किसान संगठन ने संयुक्त तौर पर हांसी में बेमियादी आंदोलन भूख हड़ताल धरना संचालित किया हुआ है, जिसमें दक्षिणी हरियाणा के सबसे बड़े किसान संगठन भाकियू  पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष धर्मपाल बाढड़ा की अगुवाई में पहुंच कर भूख हड़ताल में भाग लिया और सरकार को जल्द ही आंदोलनकारियों की मांगे न मानने पर आंदोलन तेज करने की धमकी दी। धरने पर मौजूद भाकियू अध्यक्ष धर्मपाल बाढड़ा, महासचिव हरपाल भांडवा, सरपंच गिरधारी मोद, सूबेदार चंद्रपाल चांदवास, रणधीर सिंह हुई, राज बिलावल ने कहा कि कृषि व घरेलू क्षेत्र के उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति में कमी व अन्य मांगों को लेकर भाकियू सरकार से अब सीधी मांग करेगी।

किसान हितैषी होने का दम भरने वाली प्रदेश की भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले किसानों की फसलों के भावों में दोगुनी वृद्धि करने के साथ ही डा. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट की सिफारिशों को बहाल करने के साथ ही बिजली पानी की पर्याप्त आपूर्ति का वायदा किया लेकिन केन्द्र सरकार ने पांच का शासन करने के बाद अब मात्र एक वर्ष में 6 हजार की आर्थिक मदद देने का झूठा सब्जबाग दिखाया जा रहा है, जिससे आजादी के 60 वर्ष के बाद भी आज किसान कर्ज की दलदल में धंसता जा रहा हे जो असहनीय है। ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं को बिजली बिलों में कोई रियायत देने की बजाय उल्टे मात्र 2 सौ से 3 सौ रुपयों वाले बिलों के स्थान पर एक लाख से 2 लाख का बिल भेजकर उसका उत्पीडऩ कर रही है। भाकियू किसानों को कर्जमुक्त करने की मांग को पूरा न करने तक बेमियादी आंदोलन जारी रखेगी। देर सायं धरना स्थल पर पहुंच कर चेयरमैन व हिसार के विधायक कमल गुप्ता ने उनको प्रदेश के सी.एम. से मुलाकात करवाने का आश्वासन देकर आंदोलन खत्म करवाया।

Deepak Paul