श्मशान घाट से हटा दिया गया आधार का बोर्ड

2017-11-26T10:10:48.59

फरीदाबाद(महावीर गोयल):मवई स्थित श्मशान घाट में दाह संस्कार के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता का समाचार पंजाब केसरी में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद प्रशासन जागरुक हुआ और श्मशान घाट से बोर्ड हटवा दिए गए। इस समाचार से फरीदाबाद से लेकर चंडीगढ़ तक के अधिकारियों में हड़कंप मच गया था। खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और निगमायुक्त का कार्यभार संभाल रहे समीरपाल सरो ने तुरंत इन बोर्डों को हटाने के आदेश जारी किए। वहीं घाट के उपाध्यक्ष पवन खन्ना ने बोर्ड हटाने की पुष्टि करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं है।

पंजाब केसरी में शनिवार को समाचार प्रकाशित किया गया था कि अंतिम संस्कार के लिए अब आधार कार्ड आवश्यक है। दरअसल, मवई श्मशान घाट में यह सूचनात्मक बोर्ड लगाए गए थे। इन बोर्डों में स्पष्ट रूप से अंकित था कि अंतिम संस्कार के लिए मृतक का आधार कार्ड लाना जरूरी है। इतना ही नहीं इसके नीचे आदेशानुसार एमसीएफ भी लिखा हुआ था। यह बोर्ड काफी दिनों से लगाए हुए थे। पंजाब केसरी ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया और खबर प्रकाशित की। खबर प्रकाशित होते ही प्रशासन में हलचल मच गई। प्रशासन व सरकार ने श्मशान घाट की इस कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर की और तुरंत प्रभाव से ये बोर्ड हटाने के आदेश जारी किए। आदेशों के प्राप्त होने पर श्मशान घाट से ये बोर्ड हटवा दिए गए। 

श्मशान घाट के संचालकों से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह निर्णय उन्होंने अपने स्तर पर ही लिया था। उन्होंने कहा कि अधिकतर अंतिम संस्कार के मामलों में शोक संतृप्त परिजनों द्वारा मृतक का नाम गलत लिखवा दिया जाता है जिसके कारण नगर निगम में मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योंकि जो नाम श्मशान घाट में अंकित किया जाता है, उसी नाम से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। ऐसे में लोगों को परेशानी से बचाने के लिए ही यह नियम बनाया गया था, इसका उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं था। उन्होंने साथ ही लोगों से अपील भी की कि वे दाह संस्कार के समय मृतक का सही नाम लिखवाएं ताकि उन्हें बाद में परेशानी का सामना न करना पड़े। अन्यथा नाम सही करवाने के लिए उन्हें बार-बार निगम के चक्कर काटने पड़ेंगे।

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