गठबंधन के बावजूद अपने दम पर लड़ी बसपा

5/28/2019 10:39:26 AM

फरीदाबाद(महावीर गोयल): लोकसभा चुनाव के दौरान बहुजन समाज पार्टी यानि बसपा व लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी लोसुपा के बीच गठबंधन होने के बावजूद फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से मंधीर सिंह मान ने अपने दम पर चुनाव लड़ा। टिकट घोषित होने से मतदान तक लोसुपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने गठबंधन के प्रत्याशी के प्रचार से दूरी बनाए रखी। इस दूरी का कारण दबी जुबान में लोसुपा नेता बसपा के उम्मीदवार का चुनाव मैदान में उतरना मान रहे हैं। इतना ही नहीं बसपा सुप्रीमो मायावती की रैली के दौरान भी लोसुपा सुप्रीमो राजकुमार सैनी का रैली से अनुपस्थित रहना चर्चा का विषय बना रहा।
 
फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में बसपा प्रत्याशी ने अपने दम पर चुनाव लड़कर इनेलो व जजपा को पछाड़ कर तीसरे नंबर की पार्टी का पायदान हासिल किया है। बेशक, बसपा प्रत्याशी को जीत हासिल न हुई हो परंतु तीसरे नंबर पर आने की भी खुशी बसपा नेताओं व कार्यकत्र्ताओं में देखने को मिल रही है। यही कारण है कि बसपा नेताओं ने उत्साह के साथ विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरु कर दी है। फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से बसपा व लोसपा गठबंधन ने मंधीर सिंह मान को चुनाव मैदान में उतारा था।

लेकिन गठबंधन के बावजूद टिकट मिलने से लेकर मतगणना तक कहीं भी लोसपा के नेता व कार्यकर्ता बसपा प्रत्याशी के पक्ष में नजर नहीं आए। चुनाव प्रचार में भी लोसुपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने कोई सकारात्मक प्रयास नहीं किए। ऐसे में गठबंधन के प्रत्याशी मंधीर सिंह मान को मजबूरी में अपने दम पर ही वोट जुटाने पड़े। वहीं दूसरी ओर फरीदाबाद में बसपा सुप्रीमो मायावती की रैली गठबंधन प्रत्याशी के पक्ष में आयोजित की गई थी।

इस रैली में भी लोसुपा सुप्रीमो राजकुमार सैनी नदारद रहे तथा इक्का-दुक्का लोसपा नेता नजर आए। सूत्रों की मानें तो जाट वोट प्रभावित न हो, इसलिए राजकुमार सैनी को इस रैली से दूर रखा गया था परंतु वास्तविकता यह भी है कि बसपा प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में राजकुमार सैनी का नाम व रैली के दौरान प्रचार सामग्री में सैनी का फोटो न लगाए जाने से लोसुपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं में रोष था।

इसलिए उन्होंने रैली से दूरी नबाए रखी। बसपा प्रत्याशी मनधीर मान ने 83 हजार 188 वोट प्राप्त किए और तीसरे नंबर पर रहे वहीं  इनेलो के महेंद्र सिंह चौहान 11320 मतों के साथ चौथे और आप-जजपा के नवीन जयहिंद 10969 वोट के साथ पांचवें स्थान पर रहे।

इनेलो व जजपा को पछाड़ा
लोकसभा चुनावों में इनेलो के साथ-साथ जजपा व आम आदमी पार्टी गठबंधन के प्रत्याशी भी मैदान में थे। इनेलो से जहां महेंद्र चौहान चुनावी रण में थे वहीं जजपा व आप ने नवीन जयहिंद पर दाव लगाया था। ऐसे में लोसपा के दूरी बनाए रखने के बावजूद बसपा इन दोनों दलों को पछाड़कर फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में तीसरे नंबर की पार्टी बनी।  वहीं हरियाणा में भी 10 में से 7 सीटों पर बसपा-लोसपा ने तीसरा स्थान हासिल किया।

हालांकि राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि  लोसुपा-बसपा गठबंधन का ओवरऑल प्रदर्शन बेशक इनेलो व आप-जजपा से कहीं बेहतर रहा हो लेकिन फिर भी इस परिणाम के इन सभी क्षेत्रीय दलों के सामने अस्तित्व का संकट खड़ा हो गया है और इन क्षेत्रीय दलों के लिए चुनौती बढ़ गई है। 

kamal