किराएदार के वेश में छिपा हो सकता है आंतकी

1/10/2019 12:59:19 PM

फरीदाबाद(महावीर गोयल): नौकरों व किराएदारों की वैरिफिकेशन के लिए एक बार फिर जिला पुलिस मुस्तैद हो गई है। गणतंत्र दिवस के मद्देनजर पुलिस द्वारा किराएदार व नौकरों का सत्यापन शुरु किया जा रहा है। पुलिस कमिश्रर संजय कुमार ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि किराएदार या नौकर के वेश में आतंकी भी छिपा हो सकता है इसलिए लोग पुलिस का सहयोग करें और किराएदार व नौकर का सत्यापन करवाएं। दूसरे राज्यों में जिलों में वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधी जिले की कालोनियों व स्लम क्षेत्रों को अपना ठिकाना बनाते हैं।

पुलिस द्वारा कई साल पहले शुरू किया गया किराएदार वैरिफिकेशन अभियान टांय-टांय फिस्स हो गया है जिसका फायदा अपराधिक किस्म के लोग उठा रहे हैं। कुछ माह पूर्व पंजाब पुलिस द्वारा पकड़े गए फरीदाबाद में किराए पर रहने वाले आईएसआई के एजेंट इंद्रजीत तथा ग्रीन फील्ड कालोनी में किराए पर रहने वाले नरेश की हत्या के बाद पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्र चिन्ह भी लगा था। वहीं अब पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर इस अभियान को पुन: शुरु करने का निर्णय लिया है। वहीं आम लोगों का कहना है कि किराएदार वैरिफिकेशन में पुलिस द्वारा तंग किए जाने के कारण लोग इसमें रुचि नहीं ले रहे।

कुछ माह पूर्व काउंटर इंटेलीजेंसी विंग पंजाब ने बल्लभगढ़ की जेसीबी कंपनी में कार्य करने वाले इंद्रजीत को मोहाली से गिरफ्तार किया है। इंद्रजीत बम धमाकों की योजना बना रहा था। इंद्रजीत उर्फ रिंकू मूलत: पंजाब का निवासी है तथा फरीदाबाद के सैक्टर-21 स्थित लालेश्वरी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 402 में रह रहा था। पता चला है कि इंद्रजीत उर्फ रिंकू के पास केवल ये एक ही फ्लैट नहीं था। नहरपार बीपीटीपी पार्क फ्लोर-1 में 303 नंबर फ्लैट भी उसी का था। इंद्रजीत उर्फ  रिंकू  बल्लभगढ़़ स्थित जेसीबी में कार्यरत था। उसने जेसीबी में काम करने के दौरान अपने दोनों फ्लैटों के पते प्रबंधन को नोट करवाए थे परंतु कंपनी प्रबंधन ने पुलिस वैरिफिकेशन नहीं करवाया।

जानकारी नहीं देने पर हो सकती है कार्रवाई
किरायेदारों व नौकरों की जानकारी थाने व चौकी में देनी होती है। किरायेदार के परिचय पत्र या राशन कार्ड, आधार कार्ड की फोटो कॉपी के साथ जानकारी दर्ज कराने का सर्कुलर सुरक्षा को ध्यान में रखकर जारी किया है। मकान मालिक किराएदार व नौकरों की जानकारी थाना व चौकी पर दर्ज नहीं करवा रहे हैं तो आईपीसी की धारा 188 के तहत मकान मालिक पर कार्रवाई की जा सकती है। 

बाहर से आकर नौकरी कर रहे लाखों मजदूरफरीदाबाद औद्योगिक क्षेत्र हैं। यहां छोटी-बड़ी, वैध-अवैध मिलाकर लगभग 10 हजार औद्योगिक इकाइयां हैं। इन इकाइयों में लाखों मजदूर कार्यरत हैं जिनमें आधे से अधिक बिहार व यूपी से हैं। ये मजदूर फैक्ट्री में नौकरी करते हैं और फिर किराए के मकान में रहते हैं। इसलिए फैक्ट्री संचालक व मकान मालिक दोनों को नौकर का अपने थाने में वेरिफिकेशन कराना चाहिए था।  
 

Deepak Paul