नरक से भी बदतर जीवन जीने को मजबूर है यहां के लोग

9/1/2016 1:46:10 PM

फरीदाबाद (अनिल राठी): फरीदाबाद की दयालबाग कॉलोनी के निवासी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। लंबे अरसे से इस कॉलोनी में न तो पीने के पानी की उचित व्यवस्था है और न ही सीवरेज निकासी की कोई व्यवस्था है। जिसके चलते लोगों के घरों में सीवर का पानी घुस जाता है। इस पूरे मामले को लेकर यहां के स्थानीय निवासी कई बार अधिकारियों के दर पर माथा टेक चुके हैं लेकिन अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती।
 
तस्वीरों में दिखाई दे रहा यह नजारा फरीदाबाद और दिल्ली बॉर्डर पर स्थित दयालबाग कॉलोनी का है जो आज से 15 से 20 साल पहले फरीदाबाद में बसाई गई थी। लेकिन इतना समय गुजर जाने के बावजूद भी इस कॉलोनी में मूलभूत सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। हालांकि इस कॉलोनी को नगर निगम ने भी मान्यता दी हुई है लेकिन खाली मान्यता साथ में किसी प्रकार की कोई सुविधाएं नहीं दी। इस कॉलोनी में आज तक पीने के पानी की उचित सप्लाई भी नहीं दी गई है। बरसातों के दिनों में तो हालात बद से बदतर हो जाते हैं। सीवर का गंदा पानी लोगों के घरों में घुस जाता है जिसके चलते लोगों का निकलना दूभर हो जाता है और बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। यहां तक कि स्थानीय लोगों को घर से बाहर निकलने के लिए पड़ोसियों की दीवारों को फांद कर जाना पड़ता है क्योंकि घर के आगे और अंदर तो पानी ही पानी है। अधिकारी इन लोगों की बातें तो सुनते हैं लेकिन कार्रवाई के तौर पर मिलता है तो सिर्फ आश्वासन।