हार्ट पेशेंट 85 वर्षीय कस्तूरी बनी आयुष्मान योजना की पहली लाभार्थी

10/12/2018 10:49:41 AM

फरीदाबाद(सुधीर राघव): फरीदाबाद की 85 वर्षीय कस्तूरी देवी आयुष्मान भारत योजना में लाभ पाने वाली जिले की पहली हार्ट पेशेंट बन गई है। बीके के अलावा एम्पैनल के अन्य अस्पतालों में हार्ट सेंटर नहीं है। उनका वीरवार को बीके अस्पताल के हार्ट सेंटर में दिल का दौरा पडऩे पर उनके हद्य में सिंगल स्टेंट के साथ बैलून कोरोनरी एंजियोप्लास्टी कर स्टेंट (छल्ला) डाला गया। इस जोखिम भरे ऑपरेशन में करीब डेढ़ घंटा लगा, अब वह खतरे से बाहर हैं। 

हार्ट सेंटर के कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. विकास गोयल ने बताया कि उन्हें परिजन अचेत अवस्था में 9 अक्टूबर की शाम साढ़े 5 बजे बीके अस्पताल के हार्ट सेंटर में लाए थे। महिला की आयु अधिक होने और उन्हें शुगर (मधुमेह) की शिकायत के चलते गंभीर अवस्था में आईसीयू में भर्ती किया गया और वेंटीलेटर पर मेडिसीन की मदद से उनके शुगर कन्ट्रोल करने का प्रयास किया गया। बाद में हुई ईसीजी, इको, टीएमटी एवं एंजियोग्राफी में उन्हें दिल के एलएडी (बांयी साइट की नस में दो ब्लॉकेज) मिले।

 डॉ. विकास ने उन्हें तत्काल हार्ट सर्जरी कर एंजियोप्लास्टी का निर्णय लिया। वीरवार दोपहर को 85 वर्षीय वृद्धा का ऑपरेशन कर नस के ब्लॉकेज खोलकर एक सिंगल स्टेंट के साथ बैलून डाला नस को खोल दिया गया। जिससे हार्ट सही तरीके से काम करने लगा और महिला की जान बचाई जा सकी। उन्होंने बताया कि महिला की नस में दूसरे ब्लॉकेज को हटाने के लिए 15 दिन बाद एक और एंजियोप्लास्टी कर स्टेंट डाला जाएगा।   फरीदाबाद में योजना से जुड़े निजी अस्पतालों में पार्क, नोबल, संतोष, एसकेजी, अपूर्वा, शांतिदेवी मेमोरियल, सूर्या ऑर्थो और अर्श अस्पताल ही एम्पैनल हुए हैं। इन सभी में से केवल पार्क अस्पताल में हार्ट सेंटर हैं लेकिन 1350 बीमारियों को कवर करने में हार्ट सर्जरी के लिए सरकार ने लिमिटेड बजट दिया है। जो पार्क अस्पताल के बजट से काफी कम है। 

जीवनदान पाकर बोली..आयुष्मान मोदी
ऑपरेशन के बाद होश में आई 85 वर्षीय वृद्ध महिला कस्तूरी ने पंजाब केसरी संवाददाता से बात कर कहा कि आयुष्मान मोदी.. और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी योजना शुरू करने पर धन्यवाद दिया। उनका कहना था कि यदि आयुष्मान भारत योजना नहीं होती तो वह आज जीवित नहीं होती और उनका इलाज मुफ्त का सपना कभी साकार नहीं होता। परिजनों ने सरकारी योजना का धन्यवाद दिया। जानकारी के अनुसार महिला यदि निजी अस्पताल में दो स्टेंट डलवाएगी तो उसके करीब ढ़ाई लाख रुपए खर्च होते। लेकिन सरकारी योजना में सरकार का महज 97 हजार रुपया ही खर्च होगा। जो भी आयुष्मान योजना के गोल्र्डन कार्ड धारियों को अदा नहीं करना होगा।

डॉ. रमेश, डिप्टी सीएमओ, फरीदाबाद 
फिलहाल शहर के 8 निजी अस्पताल आयुष्मान योजना से जुड़े हैं, पार्क हॉस्पिटल में हार्ट सेंटर है लेकिन 1350 बीमारियों को कवर करने के लिए सरकार द्वारा सीमित बजट दिया गया है। पार्क अस्पताल में हार्ट सर्जरी का बजट कितना ज्यादा है यह मुझे मालूम नहीं है। लेकिन बीके में हार्ट सर्जरी कराने वाली 85 वर्षीय कस्तूरी बाई जिले में पहली महिला हैं, जिन्हें योजना से लाभ हुआ है। 
 

Deepak Paul