ठंड ऐसी ही रही तो गेहूं सरसों की बम्पर पैदावार

1/10/2018 2:24:10 PM

फरीदाबाद(ब्यूरो):नए वर्ष से ही कोहरा व ठंड कहर बरपा रहा है। ठिठुरन ने जहां बच्चों व नौकरी पेशे से जुड़े हुए लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है, वहीं किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। बढ़ रही ठंड के कारण गेहूं व सरसों की बम्पर पैदावार होने की पूरी उम्मीद है। कृषि अधिकारियों की माने तो ठंड के चलते इस बार जिले में गेहूं की फसल 1 लाख 80 हजार हैक्टेयर तथा सरसों की पैदावार 20 हजार हैक्टेयर रकबे में होगी। शरीर भेद सही सर्दी से किसानों में काफी उत्साह का नजारा देखने को मिल रहा है।

किसानों का कहना है कि इस बार गेहूं व सरसों की पैदावार बीते कई वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ देगी। किसानों में खुशी की लहर : गांव सोहना, पाली के किसान मुकेश, शम्भू, गांव तिगांव के रवि कटियाल ने बताया कि जिस तरह ठंड बढ़ रही है उसको देख कर लग रहा है कि इस बार गेहूं व सरसों की पैदावार अधिक होगी। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष इन दिनों बहुत ही कम ठंड पड़ी थी। इस बार तो उसके बिल्कुल उल्ट है। 

अभी जारी रहेगी सर्दी 
मौसम वैज्ञानिक महेशचन्द्र ने बताया कि अभी कुछ दिन और ठंड का कहर जारी रहेगा। ठंडी हवाओं का भी दौर रहेगा। मंगलवार को अधिकतम तापमान 25 और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक धुंध छट गई लेकिन ठंड और शीतलहर का असर बढ़ गया है। आगामी दिनों में धुंध बढ़ेगी और तापमान में गिरावट आने की संभावना है। सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक इस मौसम में शरीर को गर्म कपड़ों से लिपटें रखें। 

सत्यवीर डागर, किसान नेता 
अगर सर्दी इसी तरह गिरती रही तो गेहूं व सरसों की बंपर पैदावार होने की पूरी संभावना है। अगर पारा जमाव बिंदु तक पहुंच जाता है तो सरसों की फसल को थोड़ा बहुत नुकसान हो सकता है। कोहरा व ठंड फसलों के लिए खाद्य का काम करेगा।