सुनपेड़ मामले में दलितों की महापंचायत चढ़ी हंगामे की भेंट

10/27/2015 11:18:30 PM

फरीदाबाद, (सूरजमल): सुनपेड़ मामले में रविवार को अगड़ी जातियों की महापंचायत के बाद मंगलवार को दलितों ने भी चावला कॉलोनी के पास स्थित रविदास मंदिर सभागार में  महापंचायत का आयोजन किया,लेकिन महापंचायत का मकसद पूरा नहीं हो पाया। सभी अपनी डपली और अपना ही राग अलाप रहे थे लिहाजा महापंचायत हंगामे की भेंट चढ़ गई। महापंचायत में विभिन्न संगठनों की भाषणबाजी के चलते कोई एजेंडा तय नहीं हो पाया। लोग अपने-अपने संगठन की एक-दूसरे से बढक़र बताने लगे। कुल मिलाकर दलित संगठनों ने एकता का परिचय नहीं दिया। 

हालात यह हो गए कि महापंचायत के अध्यक्ष को बार-बार अनुशासन बनाए रखने की अपील करनी पड़ी, लेकिन शोर-शराबा के बीच कोई उन्हें सुनने को तैयार नहीं था। आखिर में 51 सदस्यों वाली एक कमेटी का गठन कर पंचायत खत्म कर दिया गया। बता दें कि मंगलवार को रविदास मंदिर के सभागार में दलितों की महापंचायत बुलाई गई। इसमें फरीदाबाद के अलावा , पलवल और मेवात जिले से  संगठनों के पदाधिकारी शामिल हुए। सुबह 10.30 बजे शुरू हुई महापंचायत बगैर किसी नतीजे के 3 बजे खत्म हो गई। पंचायत के दौरान लोग खुद को दलितों का सबसे बड़ा मसीहा बताते हुए संगठन की बढ़ाई करने में लगे रहे। जिन्हें पांच मिनट में अपनी बात रखनी थी वह आधा-आधा घंटे तक भाषण देते रहे। 
कुछ इस तरह हंगाम बरपा
दिल्ली से आई खुद को आयकर अधिकारी बताने वाली प्रीता हरित ने सवर्णें पर जमकर कटाक्ष किया। इसके बाद भानू प्रताप ने प्रीता हरित पर टिप्पणी करनी शुरू कर दी। फिर क्या था,हंगामा हो गया। करीब एक घंटे तक हंगामा होता रहा,लेकिन पंचायत किसी निर्णय पर नहीं पहुंच पाई। अंत में 51 सदस्यों वाली कमेटी का गठिन कर दिल्ली तक पैदल मार्च करने का निर्णय लिया गया।