झोलाछाप डाक्टर की लापरवाही से गई बच्ची की जान

12/9/2015 8:22:35 PM

फरीदाबाद,(सूरजमल) : नहर पार इलाके की भारत कालोनी में झोलाछाप डाक्टर की लापरवाही के कारण एक बच्ची की हालत बिगड़ गई। बच्ची को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। वहां जांच के बाद डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

बताया जाता है कि बच्ची को बुखार होने की वजह से इस झोलाछाप डाक्टर के पास ले जाया गया था। डाक्टर द्वारा दी गई दवा रिएक्शन करने से बच्ची की मौत हुई है। इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग नींद से जागा और बीती शाम आरोपी डाक्टर के क्लीनिक में छापेमारी की गई। डाक्टर बिना किसी डिग्री के क्लीनिक चला रहा था। पुलिस ने मृतक की बच्ची की मां की शिकायत पर आरोपी डाक्टर के खिलाफ लापरवाही और धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। 

पुलिस के मुताबिक भारत कालोनी की 35 फुट रोड पर रहने वाली कमलेश ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह यहां परिवार के साथ रहती है। उसके परिवार में उसके पति चंदरपाल के अलावा डेढ़ साल की एक बेटी मेघा भी शामिल है। उसका पति शहर में ही स्थित एक कंपनी में काम कर परिवार का गुजारा चला रहा है। गत सोमवार सुबह उसकी बेटी मेघा बुखार की चपेट में आ गई थी। जिसके बाद वह मेघा को लेकर इसी इलाके में डॉ. बीरेन्द्र सिंह मौर्या के क्लीनिक में ले गई। डाक्टर ने मामूली सी जांच करने के बाद उसकी बेटी को बुखार और गैस की दवा दे दी और घर भेज दिया। लेकिन काफी समय बीत जाने बाद भी उसकी बेटी की हालत में कोई सुधार नहीं आया। बल्कि हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। जिसके बाद वह बेटी को दोबारा डाक्टर के पास ले गई। डाक्टर ने फिर दवा देकर जल्दी ही हालत में सुधार आने का आश्वासन देकर घर भेज दिया। घर पहुंच कर उसने दवा खिला कर बच्ची को सुला दिया। शाम तक बच्ची को सोकर नहीं उठी तो वह उसे जगाने का प्रयास करने लगी। लेकिन काफी प्रयास के बाद भी वह नहीं उठी तो वह बच्ची को लेकर सेक्टर 29 स्थित अस्पताल में पहुंच गई। जहां जांच के बाद डाक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। पीड़िता का आरोप है कि डाक्टर द्वारा दी गई गलत दवाइयों के कारण ही बच्ची की मौत हुई है। पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को दे दी है। शव का पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। 

पुलिस ने आरोपी बीरेन्द्र मौर्या के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दूसरी तरफ इस मामले का पता चलते ही जिला स्वास्थ्य विभाग की  टीम ने मंगलवार की शाम को डाक्टर के क्लीनिक पर छापा मारा। जांच के दौरान पता चला कि डाक्टर के पास प्रैक्टिस करने की कोई डिग्री नहीं है। विभाग ने भी डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए शिकायत दी है।