बाढ़ के बाद हरकत में आया चिकित्सा विभाग

8/22/2019 10:42:02 AM

फरीदाबाद: प्रदेश में अच्छी बारिश के बाद यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज से साढ़े 8 लाख क्यूसिक पानी छोड़े जाने का असर अब फरीदाबाद और पलवल जिलों में यमुना किनारे बसे गांवों में दिखने लगा है। इन गांवों में मंगलवार को पानी पहुंचने के बाद जहां जिला प्रशासन ऐतिहात बरत रहा है वहीं चिकित्सा विभाग भी हरकत में आ गया है। इन गांवों में चिकित्सकीय परामर्श और चिकित्सकीय राहत कार्य के लिए सी एम ओ डॉ.गुलशन अरोड़ा ने टीम गठित कर तिगांव एस एम ओ डॉ. गिरीश आर्य और डिप्टी सीएमओ डॉ. राजेश सौकंद को प्रभारी बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए हैं।

 बुधवार को डॉ. आर्य और डॉ. सौकंद अपनी टीम के साथ फरीदाबाद जिले के नदी किनारे बसे गांवों में जायजा लेने पहुंचे और स्थिति के बारे में गांवों वालों को अवगत कराया कि वह गांवों में पानी आने से घबराएं नहीं और भरे हुए पानी में मच्छरों के लार्वा नहीं पनपने दें। यदि कहीं पानी भरा रहता है तो उसमें क्रुड ऑयल व हैलोजन की गोलियां डाल दें। उन्होंने बताया कि हैलोजन की गोलियां डालने से जानवरों को पीने के लिए शुद्ध पानी मिल सकेगा। वहीं चिकित्सा विभाग की टीम ने गांवों में एंटी लार्वा एक्टीविटी भी शुरू कर दी है।

इन गांवों का किया दौरा यमुना किनारे बसे सेहतपुर, अगवानपुर, स्माइलपुर, महावतपुर, मंझावली, लतीफपुर, शाहजहांपुर, साहुपुरा, चांदपुर, इमामुद्दीन पुर, घुड़ासन, घरौड़ा, नया गांव, दूल्हेपुर, दलेलगढ़, मोहना, बसंतपुर, चिरसी, कबूलपुर पट्टी, ददसिया, तिलोरी खादर, अमीपुर, लालपुर व किडावली के अलावा गांव अरूआ, मोठूका, छायंसा और फरीदाबाद के बसंतपुर, लालपुर गांवों का दौरा किया और सभी गांवों में चिकित्सा कर्मियों से हैलोजन की गोलियां बटंवाई। 

Isha